दुर्घटना में युवक की मौत, 12 घंटे तक शव को रौंदते हुए निकलते रहे वाहन
क्या है खबर?
करीब 50 मीटर तक फैला खून, सड़क पर चिपके मांस के लोथड़े और लोथड़ों को फावड़े से हटाती पुलिस। यह किसी मवेशी की मौत का हाल न होकर उत्तर प्रदेश के अमरोहा के गजरौला थाना क्षेत्र में दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर हुई युवक की मौत का मंजर था।
युवक की मौत होने के बाद पुलिस को भनक तक नहीं लगी और करीब 12 घंटे तक हाईवे से गुजरने वाले वाहन शव को कुचलते गए।
घटना ने मानवीयता को शर्मसार कर दिया।
भयानक मंजर
वाहनों के रौंदने से चकनाचूर हुई हडि्डयां
हादसे की भयावहता इससे पता चलती है कि वाहनों के रौंदने से युवक के शरीर का पूरा मांस सड़क पर बिखर गया और खाल सड़क पर चिपक गई। युवक का चेहरा तक नजर नहीं आ रहा था, पुलिस को सिर्फ सड़क पर चिपके उसके बाल नजर आ रहे थे। बालों के आधार पर ही पुलिस ने किसी इंसान का शव होने का अंदाजा लगाया।
इतना ही नहीं, युवक के शरीर की पूरी हडि्डयां भी पूरी तरक से चकनाचूर हो गई।
जांच
DNA के जरिए पुलिस करेगी पहचान
शव की शत-विक्षत हालत के कारण पुलिस उसकी शिनाख्त नहीं कर पाई है। मांस के लोथड़ों को पुलिस ने पॉलीथिन में भरकर अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है।
थानाप्रभारी जयवीर सिंह ने बताया कि DNA के आधार पर युवक की शिनाख्त की जाएगी।
उन्होंने बताया कि मौके से मिली एक जैकेट और पोस्टमार्टम के बाद ही शव का किसी युवक का होना पाया गया है। पुलिस आस-पास के थानों में सूचना भिजवाकर शिनाख्त्गी के प्रयास कर रही है।
हादसा
तेज रफ्तार कार की टक्कर से हुई थी युवक की मौत
थानाप्रभारी ने बताया कि घटना स्थल के पास शाहवाजपुर में एक ढाबा संचालित है। संभवत: युवक किसी बस पर सवार होगा और ढाबे पर बस के रुकने के बाद सड़क पार कर रहा होगा। इसी दौरान किसी तेज रफ्तार कार की टक्कर से उसकी मौत हो गई।
दुर्घटना के बाद किसी ने भी पुलिस को सूचना नहीं दी। इसके अलावा रातभर में वाहन शव को देखने के बाद रुकने की जगह उसे रौंदते हुए गुजर गए।
जानकारी
पुलिस कार्रवाई के डर से नहीं रोकते वाहन
पुलिस की मानें तो हाईवे पर रात में वाहन चालकों के नहीं रुकने के पीछे कारण यह होता है कि वह आगे होने वाली पुलिस कार्रवाई से डरते हैं। इसके अलावा एक्सप्रेसवे पर यदि अचानक वाहन रोका जाए तो दुघर्टना होने का डर रहता है।
सवाल
घटना ने क्षेत्र की पुलिस गश्त पर खड़े किए सवाल
दिल दहला देने वाली इस घटना ने हाईवे पर रात्रि गश्त करने वाली पुलिस की मोबाइल टीम व उसकी सक्रियता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस भी यही कह रही है कि हादसा शनिवार की रात को हुआ, लेकिन जानकारी रविवार सुबह 08:30 बजे मिली थी।
सवाल यह है कि हाईवे पर हादसे की खबर रात्रि गश्त करने वाली पुलिस मोबाइल टीम को क्यों नहीं लगी, जबकि मोबाइल टीम को हाईवे पर गश्त के लिए ही लगाया गया है।
पुराना हादसा
पुणे-मुंबई एक्सप्रेसवे पर भी शव को रौंदते हुए गुजर गए थे 60 वाहन
हाईवे पर वाहनों के इंसानी शव को रौंदते हुए गुजरने का यह पहला मामला नहीं है। गत सप्ताह भी पुणे-मुंबई एक्सप्रेसवे पर हादसे में एक युवक की मौत होने के बाद करीब 60 वाहन उसे रौंदते हुए गुजर गए थे। इससे करीब 150 मीटर तक खून व मांस के लोथड़े बिखर गए थे।
पुलिस ने शव के अवशेषों को कट्टे में भरकर पोस्टमार्टम कराया था। उस दौरान मृतक की पहचान उसकी टीशर्ट की जेब में मिले पहचान-पत्र से हुई थी।