81 साल के बूढ़े का भेष धारण कर न्यूयॉर्क जा रहा था 33 वर्षीय शख्स, गिरफ्तार
क्या है खबर?
दिल्ली एयरपोर्ट पर CISF सुरक्षाबलों ने 32 वर्ष के एक युवक को गिरफ्तार किया है जो 80 साल के एक व्यक्ति का भेष धारण करके न्यूयॉर्क जा रहा था।
ये शख्स 81 साल के एक व्यक्ति के नाम के फेक पासपोर्ट का इस्तेमाल कर रहा था और वैसा दिखने के लिए उसने अपने बालों और दाढ़ी पर सफेद कलर किया था।
लेकिन सुरक्षा जांच और पूछताछ में उसका पूरा भेद खुल गया।
घटना
इमीग्रेशन क्लीयर कराने में कामयाब रहा शख्स
जयेश पटेल नाम का ये व्यक्ति अहमदाबाद का रहने वाला है। दिल्ली से न्यूयॉर्क की फ्लाइट पकड़ने के लिए वह रविवार को व्हीलचेयर पर इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट आया था।
आरोप है कि जयेश 81 साल के अमरीक सिंह के नाम का फेक पासपोर्ट इस्तेमाल कर रहा था।
अपने बदले हुए भेष से वह जांच एजेंसियों को धोखा देने में कामयाब रहा और उसने अपना इमीग्रेशन क्लियर करा लिया था।
शक
व्हीलचेयर से खड़ा होने में जताई असमर्थता तो CISF को हुआ शक
CISF प्रवक्ता सहायक महानिरीक्षक हेमेंद्र सिंह ने बताया, "इंदिरा गांधी हवाई अड्डे के टर्मिनल तीन पर रविवार रात वेशभूषा बदले हुए एक शख्स व्हीलचेयर पर पहुंचा था। एयरपोर्ट पर उसने जांच एजेंसियों को धोखा देकर इमीग्रेशन भी क्लियर करा लिया था।"
CISF के सुरक्षा बलों को उस पर तब संदेह हुआ जब उसने व्हीलचेयर से खड़ा होने में असमर्थता जताई और उनकी आंखों से आंख नहीं मिला रहा था।
भंडाफोड़
दोबारा की जांच तो खुली पोल
शक होने के बाद CISF सुरक्षा बलों ने जयेश की विस्तृत जांच की, जिसमें उसकी असली पहचान सामने आई।
CISF प्रवक्ता ने बताया, "यात्री के शरीर और त्वचा की बनावट पासपोर्ट में दर्ज उम्र से काफी कम उम्र के व्यक्ति जैसी लग रही थी। वह व्यक्ति बुजुर्ग की आवाज में जैसे बोल रहा था, उस हिसाब से उसकी त्वचा पर झुर्रियों का नाम-ओ-निशान नहीं था। उसने अपनी उम्र छिपाने के लिए जीरो पॉवर का चश्मा पहना हुआ था।"
जानकारी
जयेश को किया गया दिल्ली पुलिस के हवाले
CISF प्रवक्ता ने बताया कि जयेश को भेष बदलकर धोखा देने के आरोप में गिरफ्तार करके इमीग्रेशन अधिकारियों के हवाले कर दिया गया है। इमीग्रेशन अधिकारियों ने उसे दिल्ली पुलिस को सौंप दिया जो जांच कर रही है कि उसने ये गैर-कानून कार्य क्यों किया।