दिल्ली: पेट्रोल-डीजल के बाद LPG की मार, 50 रुपये बढ़ी रसोई गैस के सिलेंडर की कीमत
क्या है खबर?
आम जनता पर महंगाई की मार लगातार जारी है और रविवार को दिल्ली में LPG के घरेलू सिलेंडर की कीमत 50 रुपये बढ़ा दी गई। इसी के साथ दिल्ली में बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस के सिलेंडर (14.2 किलोग्राम) की कीमत 769 रुपये हो गई है।
यह कीमत अन्य बड़े शहरों के मुकाबले अधिक है और कोलकाता में इसकी कीमत 745 रुपये, चेन्नई में 735 रुपये और बेंगलुरू में 722 रुपये है।
कीमत
दिल्ली में फरवरी में दूसरी बार बढ़ी रसोई गैस की कीमत
फरवरी में यह दूसरी बार है जब दिल्ली में रसोई गैस की कीमत बढ़ी है और इससे पहले 4 फरवरी को पूरे देश के साथ दिल्ली में एक LPG सिलेंडर की कीमत में 25 रुपये की वृद्धि की गई थी। आमतौर पर समीक्षा करने के बाद एक महीने में एक ही बार कीमत बढ़ाई जाती है।
इससे पहले दिसंबर मे भी दिल्ली में दो बार रसोई गैस के सिलेंडर की कीमत 50-50 रुपये बढ़ाई गई थी।
बयान
राहुल गांधी ने साधा मोदी सरकार पर निशाना
LPG गैस की कीमत में इस वृद्धि को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। वृद्धि से संबंधित एक खबर ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा, 'जनता से लूट, सिर्फ 'दो' का विकास।'
महंगाई
पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से पहले से ही परेशान है जनता
बता दें कि रसोई गैस की कीमत में ये वृद्धि ऐसे समय पर की गई है जब पेट्रोल और डीजल की आसमान छूती कीमतों के कारण दिल्ली और देश की जनता पहले से ही परेशान है।
दिल्ली में पिछले कई दिन से पेट्रोल और डीजल की कीमत बढ़ रही है और अभी यहां एक लीटर पेट्रोल की कीमत 88.99 रुपये है। वहीं इतने ही डीजल की कीमत 79.35 रुपये है।
पेट्रोल-डीजल
मुंबई में दिल्ली से भी अधिक कीमत, राजस्थान में 100 के करीब
देश की अन्य जगहों पर तो पेट्रोल और डीजल की कीमत दिल्ली से भी ज्यादा है। मुंबई में पेट्रोल 95.46 रुपये प्रति लीटर और डीजल 83.64 रुपये प्रति लीटर की कीमत पर बिक रहे हैं।
वहीं राजस्थान के श्रीगंगानगर में तो कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर हैं और 100 का आंकड़ा छूने को हैं। यहां रविवार को साधारण पेट्रोल 99.29 रुपये प्रति लीटर और डीजल 91.17 रुपये प्रति लीटर की कीमत पर बिका।
प्रतिक्रिया
हाथ खड़े कर चुकी केंद्र सरकार
तेल की कीमतों को नियंत्रण करने के मामले पर केंद्र सरकार हाथ खड़े कर चुकी है।
हाल ही में पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा था कि सरकार का पेट्रोल-डीजल की कीमतों से बहुत कम लेना-देना है और कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों पर निर्भर होती हैं।
उन्होंने कहा कि इस पर लगने वाले टैक्स को लेकर केंद्र और राज्य दोनों जिम्मेदार हैं। केंद्र ने उत्पाद शुल्क में वृद्धि की तो राज्यों ने VAT बढ़ा दिया।