लखीमपुर रेप-हत्याकांड: कैसे दिया गया वारदात को अंजाम और पुलिस ने क्या कार्रवाई की?
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में दो नाबालिग दलित बहनों की रेप के बाद हत्या के मामले ने इलाके में सनसनी फैला दी है।
पुलिस ने मामले में सभी छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। शुरूआती पूछताछ के बाद पुलिस ने बयान जारी कर बताया है कि वारदात को कैसे अंजाम दिया गया और उन्होंने क्या-क्या कार्रवाई की है।
आइए बताते हैं कि इस जघन्य अपराध को कैसे अंजाम दिया गया।
पुलिस बयान
तीन आरोपियों ने दिया वारदात को अंजाम, दो को मदद के लिए बुलाया
घटना लखीमपुर खीरी के निघासन थाना क्षेत्र के तमोलीन पुरवा गांव की है।
पुलिस के अनुसार, तीन आरोपी बुधवार दोपहर को मृतक बहनों को उनके घर से बाइक पर बैठाकर लेकर गए थे और इसके बाद उन्होंने वारदात को अंजाम दिया।
वारदात को छिपाने के लिए उन्होंने अपने दो दोस्तों को भी घटनास्थल पर बुलाया, जिन्होंने लड़कियों के शवों को पेड़ पर लटकाने में मदद की ताकि ये आत्महत्या का मामला लगे।
आरोपी
पड़ोसी ने कराई थी आरोपियों और पीड़िताओं की मुलाकात
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान छोटू, जुनैद, सोहेल, हफीजुल, करीमुद्दीन और आरिफ के तौर पर हुई है।
लखीमपुर के पुलिस अधीक्षक (SP) संजीव सुमन के अनुसार, छोटू पीड़ित बहनों का पड़ोसी था और उसी ने बाकी आरोपियों को उनसे मिलाया था।
उन्होंने बताया कि वारदात वाले दिन सोहेल, जुनैद और हफीजुल दोनों बहनों को बहला-फुसलाकर उनकी मर्जी से अपनी बाइक पर बैठाकर ले गए और दोस्ती का फायदा उठाकर सोहेल और जुनैद ने खेत में उनका रेप किया।
हत्या
लड़कियों ने कही शादी की बात तो गुस्से में आकर आरोपियों ने की हत्या
SP सुमन के अनुसार, रेप के बाद बहनों ने आरोपियों से कहा कि उन्हें उनसे शादी करनी होगी, जिस पर सोहेल और जुनैद गुस्से में आ गए और हफीजुल की मदद से दुपट्टों से गला घोंटकर उनकी हत्या कर दी।
इसके बाद उन्होंने अन्य दो आरोपी करीमुद्दीन और आरिफ को भी घटनास्थल पर बुलाया और उनकी मदद से दोनों बहनों के शव पेड़ से लटका दिए ताकि ये आत्महत्या का मामला लगे।
कार्रवाई
पकड़े गए सभी छह आरोपी, एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार किया गया जुनैद
पुलिस ने सभी छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनमें पीड़िताओं और आरोपियों को मिलवाने वाला छोटू भी शामिल है।
जुनैद को आज सुबह एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार किया गया जिसमें उसके पैर में गोली लगी।
पुलिस ने आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 302 (हत्या) और 376 (रेप) के अलावा यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (POCSO) अधिनियम की धाराएं भी लगाई हैं।
छोटू के अलावा बाकी सभी आरोपी लालपुर गांव के रहने वाले हैं।
परिजनों का पक्ष
पीड़िताओं के परिजनों का क्या कहना है?
पुुलिस के विपरीत मृतक बहनों के परिजनों ने उनका अपहरण किए जाने का आरोप लगाया है।
लड़कियों की मां के अनुसार, बुधवार को तीन आरोपी उनके घर आए थे और उनकी बेटियों को जबरदस्ती बाइक पर बैठाकर ले गए।
उन्होंने कहा कि दो युवक उनकी बेटियों को घसीटते हुए बाइक तक ले गए, वहीं तीसरे युवक ने बाइक स्टार्ट कर रखी थी।
उन्होंने कहा कि आरोपी रोजाना उनके घर के पास आते थे।
बयान
पोस्टमार्टम की होगी वीडियोग्राफी, परिजन रहेंगे मौजूद
SP सुमन के अनुसार, दोनों बहनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और तीन डॉक्टरों की टीम पोस्टमार्टम कर रही है। पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी की जाएगी और पीड़ितों के कुछ परिजन भी मौके पर मौजूद रहेंगे।