आपके पैन और आयकर पोर्टल में समानता नहीं है तो यहाँ जानें सुधारने की प्रक्रिया
परमानेंट अकाउंट नंबर (PAN) एक अद्वितीय दस अंकीय अल्फ़ान्यूमेरिक पहचान है, जो भारत के सभी करदाताओं को आयकर विभाग द्वारा आवंटित की जाती है। यह विभिन्न वित्तीय लेनदेन के लिए आवश्यक है, जैसे कर योग्य वेतन/व्यवसायिक शुल्क, संपत्ति की बिक्री या ख़रीद और म्यूचुअल फ़ंड का व्यापार आदि। इसके अलावा यह पहचान प्रमाण के रूप में भी इस्तेमाल हो सकता है। अगर आपके पैन और आयकर पोर्टल के विवरणों में कोई मेल नहीं है, तो जानें कैसे इसे सुधारें।
पैन और आयकर पोर्टल में असमानता को ऑनलाइन सुधारने की प्रक्रिया
सबसे पहले ऑनलाइन पैन शिकायत पोर्टल पर लॉग-इन करें। उसके बाद "यदि आपके पास पैन के लिए आवेदन से संबंधित शिकायत है" लिंक पर क्लिक करें। उसके बाद आवश्यक विवरण भरें, जैसे शिकायत की प्रकृति (इस मामले में पैन और आयकर पोर्टल में असमानता), रसीद संख्या, पैन, नाम, जन्मतिथि, पता और ईमेल आदि। अंत में सबमिट पर क्लिक करें। अब आपका काम पूरा हो गया। इस पोर्टल पर अन्य शिकायतें भी दर्ज की जा सकती हैं।
FD खाते, नक़द जमा और अचल संपत्ति की बिक्री/ख़रीद के बारे में नियम
किसी भी वित्तीय संस्थान के साथ समय जमा या 50,000 रुपये से ज़्यादा सावधि जमा (FD) खाता शुरू करने के लिए PAN बहुत ज़रूरी है। पोस्ट ऑफ़िस में 50,000 रुपये से अधिक जमा करने के लिए भी PAN कार्ड बहुत ज़रूरी है। बिना PAN के आप पैसे जमा नहीं कर सकते हैं। इसके अलावा किसी को पाँच लाख या इससे अधिक की अचल संपत्ति बेचते या ख़रीदते समय भी अपना PAN कार्ड प्रस्तुत करना ज़रूरी होता है।
होटल/रेस्टोरेंट के बिल भुगतान और डेबिट/क्रेडिट के बारे में नियम
होटल या रेस्टोरेंट के 25,000 रुपये से अधिक के बिल के भुगतान के समय आपको अपना PAN प्रस्तुत करना अनिवार्य है। बैंक ड्राफ़्ट, पे ऑर्डर या बैंकर्स चेक को खारीदते समय भी आपको अपना PAN कार्ड प्रस्तुत करना अनिवार्य है। ऐसा न करने पर आप इन सुविधाओं का लाभ नहीं ले सकते हैं। इसके अलावा अगर कोई डेबिट/क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन कर रहा है, तो उस समय भी उसे अपना PAN प्रस्तुत करना होगा।
अन्य प्रमुख भुगतानों और आधार कार्ड के साथ लिंक से जुड़े नियम
50,000 रुपये से अधिक का भुगतान करने, किसी कंपनी के शेयर, डिबेंचर या बॉंड प्राप्त करने के लिए भी आपको अपना PAN प्रस्तुत करना अनिवार्य है। इसके अलावा साल में 50,000 रुपये या उससे अधिक के जीवन बीमा के पेमेंट के लिए भी PAN कार्ड ज़रूरी है। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने यह स्पष्ट किया है कि इनकम टैक्स रिटर्न को वैद्य रूप से भरने के लिए PAN कार्ड बहुत ज़रूरी है।