पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी बोले- हाथरस पीड़िता ने एक हफ्ते बाद कही थी रेप की बात
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरूवार को कहा कि हाथरस गैंगरेप पीड़िता ने घटना के एक हफ्ते बाद पहली बार रेप की बात कही थी और इसके बाद उसका सैंपल लिया गया।
उन्होंने कहा कि पीड़िता की शिकायत के आधार पर रेप का मामला भी दर्ज किया गया था, लेकिन फॉरेंसिक रिपोर्ट में सैंपल में स्पर्म नहीं मिला और रेप या गैंगरेप की पुष्टि नहीं हुई है।
पृष्ठभूमि
रेप की पुष्ट न होने के ADG के बयान पर हुआ था विवाद
बता दें कि पीड़िता की फॉरेंसिक रिपोर्ट गुरूवार को ही आई थी और जब इसके आधार पर उत्तर प्रदेश पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक (ADG) प्रशांत कुमार ने पीड़िता के साथ रेप की पुष्टि न होने की बात कही थी।
उनके इस बयान पर विवाद हो गया और इसी विवाद पर NDTV से बात करते हुए उन्होंने कहा, "हमने पहले दिन से पीड़िता की बातों का यकीन किया है। FIR उचित धाराओं के तहत दर्ज की गई थी।"
बयान
पीड़िता ने 22 सितंबर को पहली बार कही रेप की बात- प्रशांत कुमार
कुमार ने कहा, "घटना के एक घंटे के बाद जब पीड़िता अपने भाई और मां के साथ पुलिस स्टेशन आई, हमने उचित धाराओं के तहत FIR दर्ज की और उसे अस्पताल भेज दिया गया।"
उन्होंने आगे कहा, "इसके बाद उसे अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी अस्पताल शिफ्ट कर दिया गया। वहां 22 सितंबर को पहली बार उसने यौन हमले की बात कही और हमने तत्काल इससे संबंधित धाराएं जोड़ीं और सभी को गिरफ्तार कर लिया।"
रिपोर्ट
फॉरेंसिक रिपोर्ट में नहीं मिले रेप के सबूत- कुमार
कुमार ने बताया कि 25 सितंबर को पीड़िता का सैंपल लिया गया और इसे जांच के लिए भेज दिया गया, वहीं अच्छे इलाज और पीड़िता के स्थिति को देखते हुए उसे दिल्ली रेफर कर दिया गया जहां दुर्भाग्य से उसकी मौत हो गई।
उन्होंने कहा, "आज हमें फॉरेंसिक लेबोरेटरी (FSL) की रिपोर्ट मिली जिसमें साफ लिखा है कि सैंपल में कोई स्पर्म नहीं मिला। अब जांचकर्ता अधिकारी को सभी सबूतों को ध्यान में रखकर किसी नतीजे पर पहुंचना होगा।"
बयान
कुमार बोले- जांच अभी भी जारी
क्या पुलिस ने रेप की संभावना को पूरी तरह से खारिज कर दिया है, इस सवाल के जबाव में कुमार ने कहा, "मैं कैमरे पर जांच का निष्कर्ष निकालने वाला कोई नहीं होता हूं। जांच अभी भी जारी है। चूंकि सामूहिक रेप और ऐसी ही चीजें हर जगह कही जा रही हैं, इसलिए ये मेरा कर्तव्य है कि मैं बताऊं कि FSL रिपोर्ट आ चुकी है और इसमें रेप की ओर इशारा नहीं किया गया है।"
पृष्ठभूमि
पीड़िता का 14 सितंबर को उच्च जाति के युवकों ने किया था गैंगरेप
हाथरस के चंदपा थाने के अंतर्गत आने वाले एक गांव की 19 वर्षीय दलित युवती का गांव के रहने वाले चार उच्च जाति के युवकों ने 14 सितंबर को गैंगरेप किया था। हमले में पीड़िता की रीढ़ की हड्डी टूट गई थी और उसकी जीभ भी कट गई थी। मंगलवार को उसने दिल्ली में दम तोड़ दिया।
नाइंसाफी की इंतेहा ये रही कि पुलिस ने परिजनों को घर में बंद करके आधी रात को ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया।
राजनीति
मामले पर राजनीति में उबाल
मामला राजनीति का केंद्र भी बना हुआ है और विपक्ष लगातार राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस ने सबसे अधिक आक्रामक रुख अपनाया है और कल उसके शीर्ष नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए हाथरस जाने की कोशिश की।
हालांकि पुलिस ने उन्हें ऐसा नहीं करने दिया और हिरासत में ले लिया। पुलिस ने राहुल गांधी के साथ धक्का-मुक्की भी की और वे दो बार जमीन पर गिर पड़े।