
असम में ट्रांसवुमन और पुरुष के बीच हुआ पहला कानूनी विवाह, लंबी लड़ाई के बाद सफलता
क्या है खबर?
असम में एक लंबे संघर्ष के बाद गुवाहाटी की रहने वाली ट्रांसवुमन ताइरा भट्टाचार्जी ने अपने दोस्त विक्रमजीत सूत्रधार के साथ विवाह कर लिया। दोनों ने यह विवाह समलैंगिक लोगों के सम्मान में हर साल जून में मनाए जाने वाले 'प्राइड मंथ' के दौरान किया है। यह असम की ट्रांसवुमन की पहली कानूनी शादी है। दोनों ने 26 मई को कामरूप जिला आयुक्त कार्यालय में शादी को पंजीकृत कराया और 2 जून को गुवाहाटी के उग्रतारा मंदिर में शादी की।
विवाह
ताइरा ने 2019 में लिंग परिवर्तन कराया था
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, ताइरा का जन्म एक पुरुष के रूप में हुआ था, जिसका नाम बिस्वजॉय था। उन्होंने 2019 में सेक्स रीअसाइनमेंट सर्जरी करवाई थी। उन्होंने बताया कि सर्जरी से पहले उन्हें लगता था कि उनकी आत्मा किसी गलत शरीर में फंसी है और इसके कारण बचपन से ही वे हर जगह प्रताड़ित होते आई हैं। उन्होंने बताया कि वह अच्छी पढ़ाई करना चाहती थी, लेकिन लगातार मानसिक दबाव के कारण ध्यान केंद्रित नहीं कर पाती थीं।
मुलाकात
2006 में हुई दोस्त विक्रमजीत से मुलाकात
रिपोर्ट के मुताबिक, ताइरा 2006 में विक्रमजीत से मिली थीं, जिसके बाद उनकी जिंदगी में काफी बेहतर बदलाव आया। उन्होंने बताया कि गंभीर सामाजिक प्रतिरोध के बाद भी उनका रिश्ता काफी गहरा हुआ, एक बार तो विक्रमजीत ने सामाजिक अस्वीकृति के कारण आत्महत्या करने तक की बात कह दी थी। ताइरा ने बताया कि उन्होंने विक्रम को बताया कि वह अपना लिंग परिवर्तन कराकर समाज से लड़ेंगी, न की अपना जीवन समाप्त करेंगी।