गोरखपुर: 'योगी कॉर्पोरेशन' नाम से फर्जी संस्था बनाकर हो रही थी ठगी, भाजपा नेत्री भी फंसी
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में 'योगी कॉर्पोरेशन' नाम से फर्जी संस्था बनाकर लोगों को ठगने वाले 2 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। ये लोग संस्था में पद दिलवाने और सरकारी विभागों में काम करवाने के नाम पर लोगों को ठगते थे।
पुलिस ने संस्था के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) हर्ष चौहान उर्फ योगी हर्षनाथ और निदेशक केदारनाथ अग्रहरी उर्फ योगी केदारनाथ को गिरफ्तार किया है।
उनकी संस्था का पूरा नाम योगी कॉरपोरेशन ग्रुप ऑफ इंडिया था।
जालसाजी
MSME पोर्टल पर कराया था संस्था का पंजीकरण
पुलिस के मुताबिक, दोनों आरोपियों ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) पोर्टल पर अपना पंजीकरण कराया था और 13 दिसंबर को संस्था की शुरुआत की थी।
उन्होंने लोगों का भरोसा जीतने के लिए कार्यालय का पता गोरखनाथ मंदिर लिखवाया था। आरोपी प्रशासन में अपनी पहुंच बताते थे और जनता दर्शन के लिए भी वसूली करते थे।
आरोपी 1,100 रुपये में संस्था का सदस्य बनाकर पहचान पत्र जारी करते थे। सोशल मीडिया के जरिए ये लोगों को भ्रमित करते थे।
जांच
भाजपा की नेता को भी ठगा
स्थानीय मीडिया के मुताबिक, भाजपा नेता रंजना सिंह को भी व्हाट्सऐप ग्रुप पर संस्था का लिंक मिला था और वह इससे जुड़ गईं।
कुछ दिन बाद केदारनाथ ने फोन पर उनसे आधार की कॉपी, फोटो और रुपये मांगे। रंजना को बताया गया कि उन्हें कानपुर नगर का प्रभारी बनाया जाएगा।
ग्रुप में योगी नाम होने से उन्होंने भरोसा कर लिया और ठगी गईं। बाद में उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने कहा कि आरोपियों की संपत्ति जब्त होगी।