
एयर इंडिया हादसे के बाद बढ़ा उड़ान का डर, लोग थेरेपी पर कर रहे भारी खर्च
क्या है खबर?
एयर इंडिया की फ्लाइट 171 के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद लोगों में हवाई यात्रा को लेकर डर काफी बढ़ गया है। इस हादसे का CCTV वीडियो वायरल होने से लोगों में चिंता और भी बढ़ गई। कई यात्रियों ने उड़ान की योजना रद्द कर दी है या एयरलाइन और विमान चुनने में बेहद सतर्क हो गए हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक, दुर्घटना की क्लिप देखने के बाद लोगों को नींद न आना, घबराहट और तनाव की शिकायतें होने लगी हैं।
मांग
उड़ान के डर को दूर करने के लिए बढ़ी थेरेपी की मांग
बेंगलुरु के एकमात्र ऐसे सेंटर 'कॉकपिट विस्टा' पर उड़ान से डरने वालों की संख्या अचानक बहुत बढ़ गई है। सेवानिवृत्त वायुसेना अधिकारी दिनेश के. इस सेंटर पर उड़ान सिम्युलेटर और काउंसलिंग के जरिए लोगों की मदद करते हैं। यह थेरेपी कोर्स करीब 500 डॉलर (करीब 42,000 रुपये) का है और इसमें 14 घंटे की ट्रेनिंग दी जाती है। पहले हर महीने औसतन 10 लोग पूछताछ करते थे, लेकिन अब 100 से ज्यादा लोग संपर्क कर चुके हैं।
मदद
उड़ान से डरने वालों को कैसे दी जाती है मदद?
इस सेंटर में बोइंग और सेसना विमानों के सिम्युलेटर लगे हैं, जिससे लोग टेकऑफ और लैंडिंग की असली तस्वीरें देखकर उड़ान की प्रक्रिया को समझते हैं। दिनेश बताते हैं कि ज्यादातर डर विमान की आवाज, झटकों और हलचल से होता है। थेरेपी में यह सिखाया जाता है कि उड़ान के दौरान हर हलचल खतरे की निशानी नहीं होती। एक्सपोजर थेरेपी की मदद से धीरे-धीरे व्यक्ति का आत्मविश्वास लौटता है और वह सामान्य उड़ान यात्रा के लिए तैयार हो जाता है।
भरोसा
एयर इंडिया पर यात्रियों का घटा भरोसा
दुर्घटना के बाद से एयर इंडिया से यात्रा करने में लोग हिचकिचा रहे हैं। कई यात्रियों ने टिकट रद्द कर दी हैं और दूसरी एयरलाइनों की तलाश शुरू कर दी है। कुछ विमान के मॉडल तक पूछ रहे हैं और बोइंग ड्रीमलाइनर पर उड़ान से इनकार कर रहे हैं। इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स के अनुसार, हादसे के तुरंत बाद एयर इंडिया की कुल बुकिंग में 15-20 प्रतिशत की गिरावट आई है और 30-40 प्रतिशत टिकटें रद्द की गई हैं।