उत्तर प्रदेश के किसानों का नोएडा से दिल्ली तक पैदल मार्च, सड़कों पर लगा भीषण जाम
उत्तर प्रदेश के किसान सोमवार को दिल्ली की ओर कूच कर संसद घेरने निकल चुके हैं। यह मार्च भारतीय किसान परिषद (BKP) की ओर से निकाला जा रहा है, जिसमें अन्य संगठन भी शामिल हैं। किसान दोपहर 12 बजे महामाया फ्लाईओवर के पास जमा हुए और यहां से पैदल-ट्रैक्टर के जरिए दिल्ली की ओर रवाना हुए। इस दौरान उन्होंने पुलिस के बैरीकेड पार कर लिए हैं। दिल्ली-नोएडा को जोड़ने वाले मार्ग पर भीषण जाम लगा है। किसान यहीं बैठे हैं।
बैठक बेनतीजा निकलने पर लिया कूच का निर्णय
दरअसल, BKP के किसान पिछले 4 दिनों से अपनी 5 मांगों को लेकर यमुना प्राधिकरण कार्यालय के सामने धरना दे रहे हैं। रविवार को उनकी प्राधिकरण के अधिकारियों, जिला प्रशासन और पुलिस के साथ 3 घंटे तक बैठक हुई थी, जिसमें कोई हल न निकलने पर दिल्ली कूच का निर्णय लिया गया है। किसान नेताओं का कहना है कि मार्च में सिर्फ गौतमबुद्ध नगर नहीं बल्कि अलीगढ़, बुलंदशहर और आगरा समेत 20 जिलों के किसान हिस्सा लेंगे।
किसानों की क्या है मांग?
BKP की मांग है कि पुराने अधिग्रहण कानून के तहत 10 प्रतिशत विकसित भूखंडों का आवंटन किया जाए। साथ ही 64.7 प्रतिशत बढ़ा हुआ मुआवजा मिले। गोरखपुर की तरह 1 जनवरी, 2014 के बाद अधिग्रहित भूमि पर बाजार की दर से 4 गुना मुआवजा और 20 प्रतिशत भूखंड दिया जाए। भूमिहीन किसानों के बच्चों को रोजगार और पुनर्वास का फायदा मिले और हाई पावर कमेटी द्वारा पारित मुद्दों पर सरकार आदेश जारी हो और आबादी वाले क्षेत्रों का विकास हो।
मार्च को देखते हुए दिल्ली में जाम की संभावना
किसानों के मार्च को देखते हुए दिल्ली और नोएडा बॉर्डर में शामिल चिल्ला, डीएनडी और महामाया फ्लाईओवर के पास बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात और सुरक्षा कड़ी की गई है। चिल्ली से ग्रेटर नोएडा, डीएनडी से दिल्ली और ग्रेटर नोएडा से दिल्ली जाने वालों के लिए मार्ग परिवर्तित किया गया है। इसी तरह यमुना एक्सप्रेसवे से नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे होते हुए दिल्ली जाने वाले मार्ग और सिरसा से परी चौक होते हुए सूरजपुर मार्ग पर मालवाहक वाहन प्रतिबंधित रहेंगे।
संयुक्त किसान मोर्चा 6 दिसंबर से शुरू करेगा आंदोलन
किसानों का यह आंदोलन संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) से अलग है। SKM के किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी जैसी मांगों को लेकर 6 दिसंबर से आंदोलन शुरू करेंगे। SKM में शामिल किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव सरवन सिंह पंधेर ने बताया कि किसान पंजाब-हरियाणा की शंभू सीमा पर फरवरी से जमा हैं। यहां से 6 दिसंबर को किसान दिल्ली के लिए बढ़ेंगे। इसी दिन तमाम प्रदेशों में भी किसान विधानसभा तक कूच करेंगे।