कोरोना वायरस: महाराष्ट्र के स्वास्थ्य अधिकारी बोले- राज्य के कुछ हिस्सों में कम्युनिटी ट्रांसमिशन के सबूत
क्या है खबर?
महाराष्ट्र के रोग निगरानी अधिकारी डॉ प्रदीप आवटे की मानें तो महाराष्ट्र और मुंबई के कुछ हिस्सों में कोरोना वायरस के कम्युनिटी ट्रांसमिशन के सबूत मिले हैं। हालांकि पूरे राज्य की स्थिति ऐसी नहीं है और राज्य में क्लस्टर (गुच्छे) में मामले जरूर मिल रहे हैं, लेकिन कम्युनिटी ट्रांसमिशन नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा कि असली स्थिति का पता लगाने के लिए प्रत्येक मामले के गहरे विश्लेषण की जरूरत है।
परिभाषा
क्या होता है कम्युनिटी ट्रांसमिशन?
कम्युनिटी ट्रांसमिशन के दौरान किसी व्यक्ति को संक्रमण कैसे हुआ, इसका पता लगाना नामुमकिन होता है।
जो लोग संक्रमित इलाकों या संक्रमित लोगों के संपर्क में नहीं आए होते, उनमें भी संक्रमण पाया जाता है।
इससे संकेत मिलता है कि ऐसे कई संक्रमित लोग घूम रहे हैं जिनकी पहचान नहीं हो पाई है और वे दूसरे लोगों में वायरस फैला रहे हैं।
इस चरण में मामले कई गुना तेजी से बढ़ते हैं और महामारी का रूप ले सकते हैं।
बयान
डॉ आवटे बोले- राज्य के कुछ इलाकों में कम्युनिटी ट्रांसमिशन के सबूत
महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में ऐसे ही कम्युनिटी ट्रांसमिशन का संकेत देते हुए डॉ आवटे ने कहा, "हमें मुंबई और पूरे महाराष्ट्र राज्य में कोरोना वायरस मामलों के क्लस्टर मिल रहे हैं। मुंबई ही नहीं बल्कि राज्य के अन्य कुछ इलाकों में भी कम्युनिटी ट्रांसमिशन के कुछ सबूत है, लेकिन संपूर्ण तौर पर हमें मामलों के क्लस्टर मिल रहे हैं।"
उन्होंने कहा, "हमें प्रत्येक मामले का लिंक, उसका यात्रा इतिहास, संक्रमण के संभावित कारण आदि ढूढ़ने की जरूरत है।"
मुंबई
डॉ आवटे ने कहा- मुंबई की स्थिति अन्य मेट्रो शहरों से अलग
मुंबई में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों पर डॉ आवटे ने कहा, "मुंबई का मामले देश के अन्य हिस्सों से अलग है। यहां घनी आबादी है और इसकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति भी अलग है।"
उन्होंने कहा, "न केवल ये महाराष्ट्र की राजधानी है बल्कि इसकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति भारत के अन्य मेट्रो से अलग है। इसका जनसंख्या घनत्व अधिक है। यहां प्रति वर्ग किलोमीटर में 20,000 लोग रहते हैं। यही कारण है कि मुंबई से इतने मामले सामने आ रहे हैं।"
पहले के बयान
कई स्वास्थ्य विशेषज्ञ पहले भी कह चुके हैं कम्युनिटी ट्रांसमिशन की बात
महाराष्ट्र के इन्हीं आंकड़ों को देखते हुए राज्य और खासकर मुंबई में कम्युनिटी ट्रांसमिशन की आशंका जताई जा रही है, लेकिन अभी तक इस पर ठोस आंकड़े सामने नहीं आए हैं।
हालांकि AIIMS दिल्ली के निदेशक रणदीप गुलेरिया समेत कई स्वास्थ्य विशेषज्ञ देश के कुछ इलाकों में सीमित कम्युनिटी ट्रांसमिशन शुरू होने की बात कह चुके हैं।
इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च (ICMR) की रैंडम सैंपलिंग में भी कुछ हिस्सों में कम्युनिटी ट्रांसमिशन शुरू होने के संकेत मिले थे।
स्थिति
महाराष्ट्र कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित
बता दें कि महाराष्ट्र देश का कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित राज्य है। यहां अब तक कोरोना से संक्रमण के 22,171 मामले सामने आ चुके हैं जो देश के कुल मामलों के एक तिहाई हैं।
राज्य में 832 लोगों की कोरोना की वजह से मौत हुई है जो देश की कुल 2,206 मौतों के एक तिहाई से भी अधिक है।
महाराष्ट्र में मुंबई सबसे अधिक प्रभावित इलाका है। यहां 13,564 संक्रमित हुए हैं और 508 की मौत हुई है।