दिल्ली में पुलिस और वकीलों के बीच विवाद क्यों? जानें पूरा मामला
मंगलवार को दिल्ली पुलिस के जवान पुलिस मुख्यालय के बाहर अपने लिए न्याय की मांग के लिए इकट्ठा हुए। दरअसल, शनिवार को तीस हजारी कोर्ट में पुलिस और वकीलों के बीच विवाद हो गया था। यह मामला बढ़ा और हिंसक झड़प में बदल गया। पुलिस की तरफ से फायरिंग की गई और वकीलों ने भी कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया। इस हिंसा में कई पुलिसकर्मी और वकील घायल हो गए थे। आइए जानें क्या है यह मामला।
शनिवार दोपहर से शुरू हुआ पूरा विवाद
इस विवाद की शुरुआत शनिवार दोपहर को हुई थी। बाद में इसने हिंसक रूप ले लिया। घटना के बारे में बताते हुए तीस हजारी बार एसोसिएशन के सचिव जयवीर सिंह चौहान ने बताया कि एक वकील की कार पुलिस की जेल वैन को छू गयी थी। इसके बाद पुलिसकर्मियों और वकीलों के बीच बहस हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि इसके बाद पुलिसवाले वकील को हवालात में ले गए, जहां उसके साथ बुरी तरह मारपीट की गई।
वकीलों ने लगाए पुलिस पर मारपीट का आरोप
पुलिसकर्मियों और वकीलों के बीच शुरू हुई बहस के बाद मामला बढ़ने लगा और पुलिस ने चार राउंड फायर किए, जिसमें एक वकील घायल हो गया। घटना के बाद कई ऐसे वीडियो सामने आए थे, जिसमें वकील पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट करते और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाते हुए देखे जा सकते हैं। वकीलों ने पुलिसकर्मियों पर फायरिंग के आरोप लगाए तो पुलिस ने कहा कि वकीलों ने उसके जवानों के साथ मारपीट की है।
देखें घटना का एक वीडियो
वकीलों ने सोमवार को किया था प्रदर्शन
दिल्ली पुलिस से पहले सोमवार को वकीलों ने भी प्रदर्शन किया। वकीलों का आरोप था कि दिल्ली पुलिस ने वकीलों पर गोली चलाई है। उन्होंने मांग की जब तक गोली चलाने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई नहीं होती वो आराम से नहीं बैठेंगे। सोमवार को दिल्ली में सभी जिला अदालतों में 24 घंटे की हड़ताल का आह्वान किया गया था। सोमवार को कड़कड़डूमा अदालत में फिर वकीलों और पुलिस की झड़प हुई, जिसमें एक पुलिसकर्मी को चोटें आईं।
कमिश्नर से मिलने की मांग कर रहे पुलिसकर्मी
पुलिस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे पुलिसकर्मियों का कहना है कि उनके साथ हुई मारपीट के मामले में पक्षपात हो रहा है। जवानों ने कहा कि वो डर के साए में जी रहे हैं। उन्हें देखते ही वकील उनकी पिटाई कर रहे हैं। पुलिसकर्मियों ने आरोपियों पर मामला दर्ज करने की मांग की है। विरोध जताने के लिए सैंकड़ों कॉन्सटेबल, हवलदार, थाना प्रभारी पुलिस हेडक्वार्टर पर जमा हुए हैं। वो कमिश्नर से मिलने की मांग कर रहे हैं।
पुलिसकर्मी बोले- हम भी इंसान
पुलिस के जवान अपने हाथों पर काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज करा रहे हैं। जवानों ने कहा कि पुलिसकर्मी भी इंसान है और उनके साथ सही व्यवहार होना चाहिए।
दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने कही यह बात
दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों में राजधानी में कई मामले सामने आए हैं, जिन्हें दिल्ली पुलिस ने सही तरीके से हैंडल किया है। इसके बाद स्थिति में सुधार आया है। उन्होंने सभी पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि दिल्ली पुलिस की जिम्मेदारी कानून व्यवस्था को बनाए रखने की है। उन्होंने कहा, "हमसे कानून-व्यवस्था बनाए रखने की उम्मीद की जाती है और हम उम्मीद पर खरा उतरेंगे।"
प्रदर्शन के दौरान नारेबाजी करते पुलिसकर्मी
कांग्रेस बोली- मोदी है तो मुमकिन है
पुलिस और वकीलों की इस झड़प पर राजनीति भी शुरू हो गई है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्विटर पर लिखा कि राजधानी दिल्ली में पुलिस प्रदर्शन कर रही है। क्या यह भाजपा का 'न्यू इंडिया' है। भाजपा देश को कहां लेकर जा रही है। उन्होंने आगे लिखा, 'देश के गृह मंत्री अमित शाह कहां हैं? मोदी है तो ही ये मुमकिन है!!!'