
दिल्ली के अधिकारी नहीं उठा रहे विधायकों के फोन, विधानसभा अध्यक्ष ने गंभीर मामला बताया
क्या है खबर?
दिल्ली में भले ही सत्ता परिवर्तन हो गया है, लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों के बर्ताव में कोई बदलाव नहीं आया है।
आम आदमी पार्टी (AAP) के बाद अब भाजपा के विधायक भी अधिकारियों के रवैये से परेशान हैं।
मामले में दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने मुख्य सचिव धर्मेंद्र को पत्र लिखकर इसे गंभीर मामला बताया है।
उन्होंने पत्र में लिखा, "अधिकारी विधानसभा सदस्यों के पत्रों, फोन कॉल या संदेशों का जवाब नहीं दे रहे हैं।"
पत्र
विधानसभा अध्यक्ष ने क्या लिखा?
गुप्ता ने पत्र में लिखा, "यह एक गंभीर मामला है और मुझे लगता है कि इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग, दिल्ली सरकार और कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग, भारत सरकार द्वारा समय-समय पर जारी किए गए सरकारी निर्देशों को दोहराने की तत्काल आवश्यकता है।"
विधानसभा अध्यक्ष ने मुख्य सचिव से कहा है कि वे प्रशासनिक सचिवों, दिल्ली सरकार के विभिन्न विभागों के प्रमुखों, दिल्ली पुलिस, दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) के अधिकारियों को इस बारे में जागरूक करें।
ट्विटर पोस्ट
विधानसभा अध्यक्ष का पत्र
दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने मुख्य सचिव धर्मेंद्र को पत्र लिखकर कहा है कि अधिकारी विधानसभा सदस्यों के पत्रों, फोन कॉल या संदेशों का जवाब नहीं दे रहे हैं। अध्यक्ष ने मुख्य सचिव से कहा है कि वे प्रशासनिक सचिवों, दिल्ली सरकार के विभिन्न विभागों के प्रमुखों, दिल्ली… pic.twitter.com/hMT4Y2Ox3I
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 20, 2025
जानकारी
अरविंद केजरीवाल भी उठा चुके हैं मुद्दा
भाजपा से पहले दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी प्रशासनिक अधिकारियों की गंभीरता पर सवाल उठा चुके हैं। दरअसल, दिल्ली का प्रशासनिक अमला सीधे केंद्र द्वारा तैनात उपराज्यपाल के अंतर्गत आता है, ऐसे में राज्य के विधायकों और सरकार से उसकी तनातनी दिखती है।