
पाकिस्तान की कैद में भारतीय जवान के साथ हुई थी गाली-गलौज, सोने तक नहीं दिया गया
क्या है खबर?
पाकिस्तान के कब्जे में 20 दिन तक रहने वाले सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवान पीके शॉ भले ही अपने देश वापस आ गए हैं, लेकिन उन्हें पाकिस्तान में काफी कष्ट दिए गए। इंडिया टुडे ने सूत्रों के हवाले से बताया कि कांस्टेबल पूर्णम कुमार शॉ की आंखों पर हमेशा पट्टी बांधकर रखा गया था और उन्हें सोने नहीं दिया गया। उनको दांत तक साफ करने की इजाजत नहीं दी गई और पाकिस्तानी अधिकारियों ने उनके साथ काफी गाली-गलौज की।
प्रताड़ना
शॉ को नहीं दी गई शारीरिक प्रताड़ना
रिपोर्ट के मुताबिक, शॉ को पाकिस्तान में कैद रहने के दौरान किसी प्रकार की शारीरिक प्रताड़ना नहीं दी गई। उन्हें एक जेल की कोठरी में रखा गया था। शॉ को कैद दौरान पाकिस्तान में 3 अज्ञात स्थानों पर ले जाया गया, जिसमें एक एयरबेस के पास था, जहां से विमानों की आवाज आ रही थी। बुधवार को सुबह 10:30 बजे शॉ को अटारी-वाघा सीमा पर भारतीय अधिकारियों को सौंपा गया और भारत ने एक पाकिस्तानी रेंजर को उनके हवाले किया।
सीमा
कैसे पाकिस्तान पहुंचे थे BSF जवान शॉ?
BSF की 182वीं बटालियन में तैनात कॉन्स्टेबल शॉ एक अन्य जवान के साथ 23 अप्रैल को पंजाब के फिरोजपुर में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास तैनात थे। उनकी ड्यूटी बाड़ के पास फस काट रहे किसानों की निगरानी और सुरक्षा करना था। तभी वे दोपहर में पेड़ की छांव में आराम करने के लिए आगे आए और गलती से पाकिस्तानी सीमा में चले गए। तभी वहां तैनात पाकिस्तानी रेंजर्स ने उनको गिरफ्तार कर लिया। काफी बातचीत के बाद उन्हें छोड़ा गया।