मेरठ: टाट की बोरियों में लपेटकर नवजात मासूम को फेंका, घंटों बाद मिली जिंदा
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश के मेरठ में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां परतापुर थाना क्षेत्र के शताब्दी नगर सेक्टर-4 में सोमवार शाम को एक कलयुगी मां ने अपनी ही नवजात बालिका को जन्म देने के बाद कंबल में लपेटकर सीमेंट के तीन कट्टों में रख दिया और उसे सड़क किनारे झाड़ियों में फेंक दिया।
हालांकि, स्थानीय लोगों के मासूम के बिलखने की आवाज सुनकर उसे बचा लिया और पुलिस की मदद से अस्पताल पहुंचाया।
प्रकरण
जन्म देने के बाद नवजात को मरने के लिए छोड़ गई मां
TOI के अनुसार, सोमवार शाम को शताब्दी नगर सेक्टर-4 में सड़क किनारे लोगों को झाड़ियों से बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। कुछ देर बाद वहां लोगों की भीड़ जमा हो गई। लोगों को संदेह हुआ कि बच्चे के रोने की आवाज झाड़ी में पड़ी बोरी से आ रही है।
राहगीरों ने बोरी झाड़ियों के बाहर निकाली और उसे खंगाला। उसमें एके बाद एक तीन बोरियां थी। तीसरी बोरी के अंदर कंबल में लिपटी एक नवजात बालिका मिली।
नाराजगी
मासूम को देखकर फूटा लोगों का गुस्सा
टाट की तीन बोरियों में नवजात मासूम को देखकर लोग दंग रह गए। इस दौरान उनका गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने मासूम के माता-पिता को जमकर कोसा। इस दौरान लोगों ने पुलिस को सूचना कर दी।
इस दौरान लोगों ने मासूम का एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए लोग मासूम के परिजनों को कोस रहे हैं। वीडियो में एक महिला कह रह है कि कोई माता-पिता ऐसा कैसे कर सकते हैं।
ट्विटर पोस्ट
यहां देखें नवजात मासूम का वीडियो
निश्चय राक्षस ही रहे होंगे...
— Narendra (@hindipatrakar) November 23, 2020
तभी तो नवजात बेटी को बैग में पैक किया और फिर प्लास्टिक के 3 बोरों में बांधकर उसे मरने के लिए कचरे के ढेर पर फेंक गए. कलेजा भी नही काँपा..कलेजे के टुकड़े को फैंकते हुए.
नन्ही बेटी का फिलहाल इलाज जारी है.
आप सब की दुआओं की जरूरत है.#Meerut pic.twitter.com/FTnxnol6hQ
अस्पताल
बच्ची को जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया- पुलिस
थानाप्रभारी डॉ अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि उन्हें शताब्दी नगर इलाके से एक नवजात शिशु के पड़े होने की सूचना मिली थी।
इसके बाद पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर मासूम बच्ची को महिला जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसका उपचार जारी है।
डॉक्टरों का कहना है कि मासूम का समय से पहले जन्म हुआ है। वर्तमान में मासूम की हालत में सुधार है और उपचार में सभी मानस संचालन प्रक्रियाओं का पालन किया जा रहा है।
बयान
उपचार के बाद सामान्य है मासूम की हालत- चौधरी
अस्पताल में कार्यरत डॉ विवेक चौधरी ने कहा, "वर्तमान में मासूम की हालत स्थिर है। हमने हृदय गति, ऑक्सीजन स्तर और अन्य महत्वपूर्ण मापदंडों की जांच की है। वह सभी सामान्य हैं और एक नवजात शिशु के अनुसार कार्य कर रहे हैं।"
कार्रवाई
CCTV फुटेज खंगाल रही पुलिस
मामले में पुलिस अब नवजात के माता-पिता का पता लगाने में जुट गई है। डॉक्टरों के अनुसार नवजात को जन्म के कुछ देर बाद ही फेंक दिया गया था। यही कारण है कि उसकी नाल भी नहीं कटी हुई है।
ऐसे में पुलिस अब आस-पास के क्षेत्रों में लगे CCTV की फुटेज खंगाल रही है। इसी के आधार पर पुलिस को कुछ सुराग मिल सकता है। थानाप्रभारी ने बताया कि जल्द ही आरोपी महिला का पता लगा लिया जाएगा।