इलाहाबाद हाई कोर्ट में गुजारा भत्ता के लिए पहुंचे बुजुर्ग दंपति, कोर्ट बोला- कलयुग आ गया
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश में गुजारा भत्ता के लिए कानूनी लड़ाई लड़ने वाले 75 और 80 वर्षीय बुजुर्ग दंपति इलाहाबाद हाई कोर्ट पहुंचे हैं। इसे देखकर कोर्ट ने अजीबोगरीब टिप्पणी की।
न्यायमूर्ति सौरभ श्याम शमशेरी ने मामले की सुनवाई की। इस दौरान उन्होंने कहा कि कानूनी विवाद चिंता का विषय है, ऐसा लगता है कि कलयुग आ गया है।
उन्होंने दंपति को सलाह दी। उनके न मानने पर कोर्ट ने कहा कि उसे उम्मीद है कि अगली सुनवाई तक समझौता हो जाएगा।
विवाद
क्या है मामला?
अलीगढ़ निवासी मुनेश कुमार गुप्ता (80) स्वास्थ्य विभाग में सुपरवाइजर के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। उनका और उनकी 75 वर्षीय पत्नी गायत्री देवी के बीच काफी समय से अनबन चल रही है।
दोनों का झगड़ा 2018 में शुरू हुआ, जिसके बाद वे अलग रहने लगे। पहले वे पुलिस के पास गए थे, जब विवाद बढ़ गया तो मामला पारिवारिक कोर्ट पहुंचा।
यहां गायत्री देवी ने पति से 15,000 रुपये गुजारा भत्ता मांगा था।
बयान
पारिवारिक कोर्ट ने 5,000 रुपये भत्ता देने का आदेश दिया
पारिवारिक कोर्ट में गायत्री देवी ने बताया कि उनके पति की पेंशन 35,000 रुपये है, ऐसे में उन्हें 15,000 रुपये प्रतिमाह गुजारा भत्ता चाहिए।
इस पर कोर्ट ने 5,000 रुपये गुजारा भत्ता देने का आदेश दिया, लेकिन गुप्ता ने पारिवारिक कोर्ट के आदेश के खिलाफ इलाहाबाद हाई कोर्ट में याचिका दायर कर दी।
कोर्ट ने महिला को नोटिस जारी करते हुए हाई कोर्ट ने कहा कि उसे उम्मीद है कि अगली सुनवाई तक वे समझौता कर लेंगे।