गणेश विसर्जन के दौरान हादसे, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में 15 लोगों की डूबने से मौत
क्या है खबर?
शुक्रवार को गणेश विसर्जन के दौरान हरियाणा और उत्तर प्रदेश में हुए हादसों में कम से कम 15 लोगों के मरने की खबर है।
हरियाणा में दो जगहों पर गणेश विसर्जन के दौरान सात लोग डूब गए, वहीं उत्तर प्रदेश में आठ लोगों की डूबने से मौत होने की जानकारी मिल रही है।
ये लोग भगवान गणेश की मूर्ति के विसर्जन के लिए नहरों और नदियों के पास गए थे और डूबने के कारण इनकी मौत हो गई।
हरियाणा
सोनीपत के पास यमुना में डूबे तीन लोग
दिल्ली से सटे हरियाणा के सोनीपत में यमुना में डूबने से दो बच्चों समेत तीन लोगों की मौत हो गई है।
यहां के मीमारपुर घाट पर एक व्यक्ति अपने बेटे और भतीजे के साथ गणेश विसर्जन के लिए गया था। तीनों की पानी में डूबने से मौत हो गई है। पुलिस ने बताया कि शवों को निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और मामले की जांच जारी है।
इसी तरह का एक हादसा महेंद्रगढ़ में हुआ।
जानकारी
महेंद्रगढ़ में चार लोगों की मौत
हरियाणा में दूसरा हादसा महेंद्रगढ़ के एक गांव में हुआ। यहां नहर में गणेश विसर्जन करने गए नौ लोग पानी के तेज बहाव के साथ बह गए। इनमें से चार लोगों की मौत हो गई है और चार की हालत गंभीर है।
जानकारी
मुख्यमंत्री खट्टर ने जताया दुख
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राज्य में हुए दोनों हादसों पर दुख व्यक्त किया है।
उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'महेंद्रगढ़ और सोनीपत जिले में गणपति विसर्जन के दौरान नहर में डूबने से कई लोगों की असामयिक मृत्यु का समाचार हृदयविदारक है। इस कठिन समय में हम सभी मृतकों के परिजनों के साथ खड़े हैं। NDRF की टीम ने कई लोगों को डूबने से बचा लिया है, मैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूँ।'
हादसे
उत्तर प्रदेश में आठ लोगों की मौत
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उत्तर प्रदेश के तीन अलग-अलग जगहों पर हुए हादसों में आठ लोगों की मौत हो गई है। सबसे बड़ा हादसा संत कबीरनगर जिले में हुआ।
यहां मूर्ति विसर्जन देखने गए चार बच्चों की नदी में डूबने से मौत हो गई। इनकी उम्र छह से 11 साल के बीच में बताई जा रही है।
वहीं उन्नाव और ललितपुर जिले में भी दो-दो लोगों की डूबने से मौत होने की खबर है।
जानकारी
प्रतिबंध हटने के बाद धूमधाम से किया गया विसर्जन
कोरोना महामारी के कारण दो साल तक रहे प्रतिबंध के बाद इस बार धूमधाम से भगवान गणेश की प्रतिमा का विसर्जन किया गया।
शुक्रवार को अकेले मुंबई में 19,000 से अधिक मूर्तियों का विसर्जन किया गया था। इसके लिए मुंबई और पुणे समेत पूरे महाराष्ट्र में बड़े स्तर पर इंतजाम किए गए थे।
देश के दूसरे हिस्सों में भी इसी तरह का उल्लास देखने को मिला और लोग बड़ी संख्या में ढोल-नगाड़ों के साथ विसर्जन के लिए पहुंचे।