तमिलनाडु: करंट लगने से रथ यात्रा में शामिल 11 लोगों की मौत, 15 घायल
क्या है खबर?
तमिलनाडु के तंजावुर जिले में करंट लगने से 11 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हुए हैं।
ये सभी लोग एक रथ यात्रा में भाग ले रहे थे। तभी रथ बिजली की तार से टकरा गया और ये लोग करंट की चपेट में आ गए।
पुलिस ने 11 लोगों की मौत और 15 लोगों को चोट आने की पुष्टि की है। मरने वालों में दो बच्चे भी शामिल हैं।
हादसा
कहां की है यह घटना?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह हादसा कालीमेडु स्थित एक मंदिर में मनाए जा रहे पूजा उत्सव के दौरान हुआ।
उत्सव को देखते हुए यहां भारी भीड़ जमा थी और पारंपरिक रथ यात्रा निकाली जा रही थी। घटना बुधवार सुबह करीब 3 बजे हुई, जब रथ यात्रा मंदिर के पास पहुंचने वाली थी।
अधिकारियों ने बताया कि एक मोड़ पर मुड़ते समय रथ बिजली की हाई वोल्टेज तारों के संपर्क में आ गया, जिससे करंट फैल गया।
जानकारी
बंद नहीं की गई थी बिजली
NDTV के अनुसार, एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आमतौर पर रथ यात्रा के रास्ते में आने वाली लाइनों में बिजली बंद कर दी जाती है ताकि कोई हादसा न हो, लेकिन इस बार रथ की ऊंचाई काफी कम थी। इसलिए बिजली की आपूर्ति नहीं रोकी गई थी।
उन्होंने आशंका जताई कि साज-सज्जा के सामान से रथ की ऊंचाई बढ़ गई होगी, जिससे यह बिजली के तारों के संपर्क में आ गया।
जानकारी
बिना अनुमति के निकाली जा रही थी रथ यात्रा- दमकल विभाग
घटना के वीडियो में देखा जा सकता है कि करंट लगने के बाद रथ में आग लग गई। मौके पर मौजूद लोगों ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया।
हादसे की जानकारी मिलने पर पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और राहत अभियान चलाया।
पुलिस ने मामले में FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वहीं दमकल विभाग का कहना है कि बिना अनुमति के यह रथ यात्रा निकाली जा रही थी।
मुआवजा
मुख्यमंत्री ने किया मुआवजे का ऐलान
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को पांच लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है। बताया जा रहा है कि वो आज गांव जाकर मृतकों के परिजनों से मुलाकात करेंगे।
इसके अलावा प्रधानमंत्री राष्ट्रीय आपदा कोष से भी मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये का मुआवजा और घायलों को 50,000-50,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से यह जानकारी दी गई है।