पटना का साधारण सा लड़का सुशांत इंजीनियर बनते-बनते बॉलीवुड का 'एमएस धोनी' कैसे बन गया?
बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत का इस तरह अचानक दुनिया को अलविदा कह जाना हर किसी के लिए एक गहरा सदमा है। कोई भी इस बात पर यकीन नहीं कर पा रहा कि वह अब हमारे बीच नहीं रहे। सुशांत इस तरह चले जाएंगे किसी ने सोचा भी नहीं होगा। सिर्फ 34 साल की उम्र में ही उन्होंने जिंदगी के कई पड़ाव देखे। आइए जानते हैं बिहार के पटना का एक साधारण लड़का बॉलीवुड का 'एमएस धोनी' कैसे बन गया।
इंजीनियरिंग के तीसरे साल में छोड़ी पढ़ाई
21 जनवरी, 1986 को जन्मे सुशांत ने पटना के सेंट कैरन हाई स्कूल और दिल्ली के हंसराज मॉडल स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की। 12वीं के बाद उन्होंने इंजीनियरिंग में करियर बनाने के लिए दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (DCE) में मैकेनिकल इंजीनियरिंग में दाखिला लिया। उन्होंने इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम में भारत में सातवीं रैंक हासिल की थी। इसी दौरान वह नादिरा बब्बर के थिएटर ग्रुप में शामिल हो गए और तीसरे साल में इंजीनियर की पढ़ाई छोड़ दी।
बालाजी टेलीफिल्म्स ने दिया था पहला मौका
सुशांत ने ढाई साल थिएटर किया और श्यामक डावर की डांस क्लास भी ज्वाइन की। इसके बाद 2008 में उन्हें मुंबई से बालाजी टेलीफिल्म्स ने ऑडिशन के लिए बुलाया, जहां उन्हें टीवी सीरियल 'किस देश में है मेरा दिल' में सपोर्टिंग रोल के लिए कास्ट किया। हालांकि, शो में जल्द ही उनके किरदार को मार दिया गया। यह उनके अभिनय का ही जादू था कि दर्शकों की मांग पर उन्हें सीरियल में अलग अवतार में फिर से पेश किया गया।
पवित्र रिश्ता से मिली खास पहचान
सुशांत को दूसरी बार जीटीवी के शो 'पवित्र रिश्ता' में देखा गया। उन्होंने अपनी दमदार अदाकारी और चेहरे की मासूमियत से लाखों लोगों को अपना दीवाना बना लिया। इसके बाद उन्हें घर-घर में पहचाना जाने लगा। इस सीरियल को काफी सफलता हासिल हुई। बॉलीवुड के निर्माता-निर्देशक सुशांत सिंह राजपूत की शानदार अदाकारी से बहुत प्रभावित होने लगे। इस सीरियल के कुछ वक्त बाद ही उन्हें लगातार फिल्मों के ऑफर्स मिलने शुरु हो गए।
2013 में बॉलीवुड में शुरु किया नया सफर
पवित्र रिश्ता के बाद सुशांत ने वर्ष 2013 में आई फिल्म 'काई पो चे' से बॉलीवुड में अपने अभिनय करियर की शुरुआत की। फिल्मकार अभिषेक कपूर के निर्देशन में बनी यह फिल्म चेतन भगत की किताब 'थ्री मिस्टेक्स ऑफ माय लाइफ' पर आधारित थी। फिल्म में तीन दोस्तों की कहानी को दिखाया गया है। इस फिल्म में सुशांत के अलावा राजकुमार राव और अमित साध जैसे सितारे भी मुख्य किरदारों में नजर आए।
बॉलीवुड में खुद को साबित कर चुके थे सुशांत
'काई पो चे' के बाद सुशांत ने 'शुद्ध देसी रोमांस', 'PK' और 'डिटेक्टिव ब्योमकेश बक्शी' जैसी फिल्में भी दीं। इन फिल्मों के साथ ही सुशांत ने यह भी साबित कर दिया था कि वह टीवी की उन कुछ चुनिंदा हस्तियों में से हैं, जो बड़े पर्दे पर भी अपनी एक्टिंग का कमाल दिखाने में किसी से पीछे नहीं हैं। सुशांत के लिए 2016 सबसे अहम साबित रहा क्योंकि इसी साल उनकी सोलो फिल्म 'एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी' रिलीज हुई।
'एमएस धोनी..' हुई सुशांत के लिए सबसे बड़ी फिल्म साबित
'एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी' में सुशांत ने पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का किरदार पर्दे पर उतारा था। इसके लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की और वह फिल्म में नजर भी आई। इस फिल्म को दर्शकों और समीक्षकों ने बेहद पसंद किया। वहीं फिल्म बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त हिट साबित हुई। अब सुशांत बॉलीवुड के 'एमएस धोनी' बन चुके थे। इसके बाद जैसे सुशांत के पास फिल्मों की लाइन ही लग गई।
अभी सुशांत की एक फिल्म रिलीज होना बाकी है
सुशांत को आखिरी बार तरुण मनसुखानी के निर्देशन में बनी फिल्म 'ड्राइव' में देखा गया था। यह फिल्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई थी, लेकिन कोई खास कमाल नहीं दिखा पाई। हालांकि, यह उनकी आखिरी फिल्म नहीं थी। सुशांत जल्द ही मुकेश छाबड़ा के निर्देशन में बनीफिल्म 'दिल बेचारा' में नजर आने वाले हैं। फिलहाल इस फिल्म के पोस्ट प्रोडक्शन का काम खत्म किया जा रहा है। इस फिल्म में सुशांत के साथ अभिनेत्री संजना संघी नजर आने वाली हैं।
#RIPSushant
रिपोर्ट्स के अनुसार सुशांत डिप्रेशन में थे। उनकी फिल्म 'छिछोरे' का डायलॉग है, "सच्चे दोस्त वही हैं...जो अच्छे वक्त में आपकी बजाते हैं और मुश्किल वक्त में वही छिछोरे आपके दरवाजे पर खड़े नजर आते हैं।" काश! उनके साथ भी उस कमरे में कोई होता।