फिल्मी है यश चोपड़ा और पामेला की कहानी, किस्मत ने यूं किया दोनों को एक
क्या है खबर?
गुरुवार को फिल्म गायिका-लेखिका पामेला चोपड़ा के निधन ने बॉलीवुड को शोक में डाल दिया।
पामेला फिल्म प्रोड्यूसर और यशराज फिल्म्स के संस्थापक यश चोपड़ा की पत्नी थीं। पामेला और यश की शादी 1970 में हुई थी।
पामेला इस साल आई नेटफ्लिक्स की डॉक्यूमेंट्री सीरीज 'द रोमांटिक्स' में नजर आई थीं। इस डॉक्यूमेंट्री में यश-पामेला की शादी की झलकियां भी दिखाई गई थीं।
'रोमांस किंग' कहे जाने वाले यश चोपड़ा की शादी खुद भी काफी फिल्मी थी।
पहली मुलाकात
क्रिकेट मैच के दौरान पहली बार एक-दूसरे को देखा
पामेला ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने यश को पहली बार क्रिकेट मैच के दौरान देखा था।
पामेला के कजन इस कार्यक्रम में जाने के इच्छुक थे। पामेला के पिता आर्मी अफसर थे, इसलिए उन्हें कार्यक्रम के पास आसानी से मिल गए।
पामेला अपने दो कजन के साथ कार्यक्रम में पहुंची थीं। यश उनसे कुछ आगे बैठे थे।
बकौल पामेला, यहां वह उनसे मिली नहीं थीं, लेकिन यश ने पीछे मुड़कर उन लोगों को देखा था।
अरेंज मैरेज
'रोमांस किंग' की हुई थी अरेंज मैरेज
इसके बाद पामेला और यश की कुछ अन्य इवेंट्स में भी मुलाकात हुई थी, लेकिन इनसे उनका रोमांस शुरू नहीं हुआ था।
पहली बार अभिनेता रमेश शर्मा की मां को लगा था कि पामेला यश की जीवनसाथी बन सकती हैं।
इसके बाद रमेश और उनके पिता ने पामेला से मुलाकात की थी।
इस मुलाकात के बाद यश के घर वाले रिश्ते को आगे बढ़ाना चाहते थे। इसके बाद पामेला अपने परिवार के साथ यश से मिलने गईं।
वाकया
किस्मत ने यूं बनाई जोड़ी
मुलाकात के बाद यश ने घर जाकर कहा, "घंटी नहीं बजी।"
पामेला भी उनसे खास प्रभावित नहीं थीं। हालांकि, किस्मत ने इनको मिलाने की पूरी योजना बना रखी थी।
एक बार एक परीक्षा के सिलसिले में यश दिल्ली आए थे।
वह यूं तो सिर्फ एक दिन के लिए आए थे, लेकिन उनकी फ्लाइट छूट गई और उन्हें दिल्ली में रुकना पड़ा।
इस दौरान एक बार फिर से दोनों की मुलाकात हुई। इस मुलाकात के बाद उनकी शादी तय हो गई।
जीवनसाथी
पामेला का साथ पाकर बढ़ते रहे यश
1970 में यश और पामेला ने सात फेरे लिए।
जब यश ने अपने भाई बीआर चोपड़ा की कंपनी से अलग, अपनी कंपनी बनाने की योजना बनाई तो उन्हें पामेला से काफी प्रोत्साहन मिला।
भाई की छत्र-छाया से अलग होने को लेकर वह निश्चिंत नहीं थे।
उन्होंने पामेला से पूछा कि क्या वह सही कर रहे हैं। इस पर पामेला ने उनसे पूछा, "आपका दिल क्या कहता है?"
इसके बाद उन्होंने बीआर फिल्म्स से निकलकर यशराज फिल्म्स की स्थापना की।
फिल्मो
यश की फिल्मों को पामेला ने किया प्रभावित
यश की फिल्मों में भी पामेला का प्रभाव दिखता था। अपने जीवन में पामेला कि उपस्थिति के कारण वह अपनी महिला किरदारों को बेहतर तरीके से गढ़ने लगे।
उनकी फिल्मों में महिला किरदारों का नया पक्ष दिखने लगा।
पामेला उनकी कहानी सुनतींं और किरदारों को लेकर सलाह भी देतीं।
सदाबहार मल्टीस्टारर फिल्म 'कभी कभी' की कहानी खुद पामेला ने लिखी थी।
वह इस बात का खास ध्यान रखती थीं कि सेट पर हर किसी की एक-दूसरे से जान पहचान हो।
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस
यश चोपड़ा का 2012 में 80 वर्ष की उम्र में निधन हो गया था। उनके बेटे आदित्य चोपड़ा यशराज फिल्म्स की कमान संभाल रहे हैं। उदय चोपड़ा, यश और पामेला के छोटे बेटे हैं।