
भारत की वो पहली मिस वर्ल्ड, जिसने उधार के कपड़ों में जीता 'विश्व सुंदरी' का खिताब
क्या है खबर?
साल 1951 में यानी 74 साल पहले मिस वर्ल्ड ऑर्गेनाइजेशन ने मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता की शुरुआत की थी। पहली बार स्वीडन की रहने वाली किकी हाकान्सन ने यह खिताब अपने नाम किया था।
क्या आप जानते हैं कि भारत को अपनी पहली मिस वर्ल्ड कब मिली थी।
साल 1966 में रीता फारिया भारत की पहली मिस वर्ल्ड और पहली एशियाई महिला बनी थीं, जिन्होंने ये खिताब हासिल कर इतिहास रच दिया था।
आइए उनके बारे में विस्तार से जानते हैं।
उपलब्धि
भारतीयों के लिए ऐतिहासिक रहा ये साल
साल 1966 भारत के लिए ऐतिहासिक रहा, क्योंकि यही वो साल था, जब देश की बेटी रीता फारिया मिस वर्ल्ड का खिताब जीतकर लाई थीं।
23 अगस्त, 1943 में मुंबई में जन्मीं रीता की उम्र उस वक्त 23 साल थीं। वह न तो कोई मॉडल थी और ना ही कोई अभिनेत्री।
आमतौर पर शोबिज और मॉडलिंग से जुड़ी लड़कियां ही इस प्रतियोगिता का हिस्सा बनती थीं, लेकिन रीता का मडॅिलंग से दूर-दूर तक कोई नाता नहीं था।
विचार
सौंदर्य प्रतियोगिता का ख्याल मन में कैसे आया?
रीता ने बताया था कि कैसे किस्मत उन्हें इस प्रतियोगिता में ले आई।
रीता ने मुंबई के ग्रांट मेडिकल कॉलेज और सर जेजे ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल से मेडिकल की पढ़ाई की।
कॉलेज में पढ़ाई के दौरान एक दिन रीता के दोस्तों ने उन्हें मजाक में ही कह दिया कि वह सौंदर्य प्रतियोगिता में हिस्सा लें। फिर क्या रीता ने इसे एक चुनौती की तरह लिया और फिर वह ईव्स वीकली मैगजीन द्वारा आयोजित मिस बॉम्बे प्रतियोगिता का हिस्सा बनीं।
जज्बा
दोस्तों से उधार लिए कपड़े और पहुंच गईं लंदन
'मिस बॉम्बे' बनने के बाद रीता मिस इंडिया बनीं। उन्हें मिस वर्ल्ड में भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला। हालांकि, उस वक्त प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए न तो उनके पास पासपोर्ट था और न ही प्रतियोगिता के लिए कपड़े और मेकअप का सामान।
इसके बाद अपने दोस्तों से स्विमसूट और साड़ियां लेकर रीता प्रतियोगिता के लिए लंदन पहुंचीं। बिना किसी ट्रेनिंग के उन्होंने प्रतियोगिता में हिस्सा लिया और 17 नवंबर, 1966 को खिताब जीतकर ही भारत लौटीं।
सवाल
इस सवाल का जवाब देकर मिस वर्ल्ड बनीं रीता
ग्रैंड फिनाले में जब रीता से पूछा गया कि वह डॉक्टर क्यों बनना चाहती थीं तो उन्होंने कहा, "भारत को प्रसूति और स्त्री रोग विशेषज्ञों की जरूरत है।"
उनका जवाब सुनकर हैरान ज्यूरी ने कहा, "भारत में तो कई सारे बच्चे पैदा होते हैं।" फिर रीता ने तुरंत कहा, "यही तो हमें घटाना है।" उनके इस जवाब से पूरा स्टेडियम तालियों से गूंज उठा।
अपने इस जवाब और आत्मविश्वास से रीता ने मिस वर्ल्ड का खिताब जीतकर इतिहास रच दिया।
निजी जिंदगी
लाइमलाइट से दूर अब ऐसे बीता रहीं जिंदगी
मिस वर्ल्ड बनने के बाद रीता को फिल्मों के ढेरों प्रस्ताव मिले, लेकिन उन्होंने अच्छे-अच्छे मॉडलिंग और फिल्मों के प्रस्तावों को ठुकरा दिया। रीता का पूरा ध्यान मेडिकल की पढ़ाई पर था।
आगे की पढ़ाई के लिए वह लंदन के किंग्स कॉलेीज हॉस्पिटल पहुंचीं।
डॉक्टर बनने के बाद रीता ने 1971 में एंडोक्राइनोलॉजिस्ट (हार्मोन से जुड़ी सम्स्याओं का इलाज करने वाले डॉक्टर) डेविड पाॅवेल से शादी की। उनके 2 बच्चे हैं। बाद में परिवार संग रीता आयरलैंड शिफ्ट हो गईं।