'डिस्को किंग' बप्पी लहरी क्यों पहनते थे इतना सोना? ट्रेडमार्क था उनका लुक
गायक और संगीतकार बप्पी लहरी के बिना बॉलीवुड के संगीत की कल्पना करना मुश्किल है। पॉप संगीत से भारत का परिचय कराने का श्रेय बप्पी दा को ही जाता है। बप्पी दा का जन्म 27 नवंबर, 1952 को पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में हुआ था। सोने के आभूषणों से लदे बप्पी दा का खास लुक उनकी पहचान था। क्या आपको पता है कि उन्हें इतना सोना पहनने की प्रेरणा कहां से मिली थी? आइए, जानते हैं उनकी खास बातें।
पेटेंट था बप्पी दा का लुक
सोने से लदे बप्पी दा की छवि सबके मन में छपी हुई है। हालांकि, कम ही लोग जानते हैं कि उन्होंने अपना यह लुक ट्रेडमार्क करवाया था। वह नहीं चाहते थे कि कोई उनके लुक की नकल करे। लुक ट्रेडमार्क करवाने का अर्थ अपने लुक को पेटेंट करवाना है। उनका कहना था कि जो सोना आभूषण के रूप में वह पहनते हैं, वो उनकी मेहनत का नतीजा है। वह खुद के लिए सोना लकी मानते थे।
अमेरिकी पॉप स्टार से प्रभावित थे बप्पी
एक इंटरव्यू में बप्पी ने बताया था कि उन्होंने अपने लिए यह लुक क्यों चुना था। उन्होंने कहा था कि वह अमेरिकी पॉप स्टार एल्विस प्रेसली से काफी प्रभावित थे। प्रेसली भी अपने कॉन्सर्ट के दौरान सोने की चेन पहनते थे। प्रेसली को देखकर बप्पी को ख्याल आया था कि जब वह सफल गायक बन जाएंगे, तो वह भी सोने की चेन पहनेंगे। अपनी मेहनत और लगन से उन्होंने अपना यह सपना पूरा किया।
सोने को अपनी मेहनत का नतीजा मानते थे गायक
बप्पी ने एक इंटरव्यू में कहा था, "कई लोग मेरे लुक को समारोहों में कॉपी करते थे, लेकिन यह सब दशकों की कड़ी मेहनत का नतीजा है। मेरे लुक की नकल आसानी से नहीं की जा सकती।" सोने की चेन के अलावा बप्पी दा को काले चश्मे का भी शौक था। उन्हें अपने हाथों में हमेशा ब्रेसलेट भी पहना करते थे। उन्होंने कहा था कि उन्हें 'गोल्ड मैन' कहलाने पर गर्व है।
बॉलीवुड का पॉप म्यूजिक से कराया परिचय
बॉलीवुड में पॉप म्यूजिक को शामिल करने में बप्पी दा का अहम योगदान है। यही वजह है कि उन्हें 'डिस्को किंग' कहा जाता है। बप्पी दा ही बॉलीवुड में रॉक और पॉप म्यूजिक का ट्रेंड लेकर आए थे। 1982 में आई मिथुन चक्रवर्ती की फिल्म 'डिस्को डांसर' से वह हर तरफ छा गए थे। उनके मशहूर गाने 'जिमी जिम्मी आ जा' को 45 विदेशी भाषाओं में डब किया गया, जो एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है।
न्यूजबाइट्स प्लस
बप्पी लहरी का असली नाम अलोकेश लहरी था। उन्होंने अपने करियर में 500 से ज्यादा गाने कंपोज किए थे। 1986 में 33 फिल्मों में 180 गानों को अपनी आवाज दी थी। उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज हो गया।