पुण्यतिथि विशेष: जानिए बॉलीवुड के हरफनमौला कलाकार इरफान खान से जुड़ी कुछ अनसुनी बातें
फिल्मी दुनिया के जादूगर इरफान खान के इंतकाल को आज यानी 29 अप्रैल को एक साल पूरा हो गया है। वह भले ही इस दुनिया में मौजूद नहीं हैं, लेकिन उनके अभिनय की छाप कभी नहीं मिट सकती। गजब का अभिनय और आंखों के हाव-भाव से सबका दिल जीतने वाले इरफान की यादें उनके करीबियों के जहन में हमेशा जिंदा रहेंगी। इरफान की पहली पुण्यतिथि पर आइए जानते हैं उनके जीवन से जुड़ीं कुछ खास और अनसुनी बातें।
स्कूल के नाम से उतर जाता था इरफान का चेहरा
जयपुर के टायर कारोबारी जमींदार खान के घर जन्में इरफान को लेकर परिवार चिंतित रहता था कि उनके बेटे का मन पढ़ाई में नहीं लगता। इरफान को स्कूली माहौल से घबराहट होती थी और भागने का मन करता था। सुबह 6:30 बजे स्कूल जाना और शाम 4:00 बजे वापस आना उन्हें बहुत उबाऊ काम लगता था। इरफान को लगता था मानों उन्हें बहुत बड़ी सजा दी जा रही हो। स्कूल के नाम से उनका मूड खराब हो जाता था।
अंग्रेजी न बोलने की वजह से मिलती थी स्कूल में सजा
इरफान ने कहा था, "पढ़ाई को लेकर मेरे घर में हमेशा गंभीर माहौल रहा। जयपुर में शुरुआती पढ़ाई के लिए घर के नजदीक सरकारी स्कूल जाता था, लेकिन मां चाहती थी कि मैं इंग्लिश मीडियम स्कूल से बेहतरीन तालीम हासिल करूं।" उन्होंने कहा, "मां ने कॉन्वेंट स्कूल में दाखिला करवा दिया। पहले कभी इंग्लिश से करीबी रिश्ता नहीं रहा, इसलिए बोलने में दिक्कत होती थी। अंग्रेजी में बात ना करने की वजह से अक्सर मुझे स्कूल में सजा मिलती थी।"
एक्टिंग नहीं, क्रिकेट था इरफान का पहला प्यार
इरफान की दिलचस्पी शुरू से ही क्रिकेट में थी। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था, "मैं क्रिकेटर बनना चाहता था और रोज चौगान स्टेडियम में क्रिकेट की प्रैक्टिस किया करता था।" उन्होंने कहा था, "जब सीके नायडू टूर्नामेंट के लिए मुझे चुना गया तो मेरी खुशी का ठिकाना नहीं था, लेकिन मेरे पास एंट्री फीस के 600 रुपये नहीं थे और मेरा परिवार भी इस करियर के खिलाफ था, इसलिए मैंने क्रिकेट से खुद को दूर करने का फैसला किया।"
राजेश खन्ना के घर AC रिपेयर करने गए थे इरफान
इरफान को भले ही दर्शक एक मंझे हुए कलाकार के तौर पर जानते हों लेकिन बहुत कम लोगों को यह मालूम है कि उन्होंने एक समय एयर कंडीशनर की मरम्मत करने वाले व्यक्ति का भी काम किया। इरफान जब मुंबई आए ही थे, तब उन्होंने यह काम शुरू किया था। AC की मरम्मत के लिए उन्होंने जिन पहले घरों का दौरा किया, उनमें से एक सुपरस्टार राजेश खन्ना का घर भी था। इरफान ने खुद यह खुलासा किया था।
इरफान ने अपने नाम में क्यों जोड़ा था एक्स्ट्रा 'R'
कम ही लोग जानते हैं कि इरफान का पूरा नाम साहबजादे इरफान अली खान था, लेकिन उन्हें अपना इतना लंबा नाम पसंद नहीं था। यही वजह है कि उन्होंने साहबजादे को हटा दिया और इरफान की स्पेलिंग में एक्स्ट्रा 'R' जोड़ दिया। कई लोगों को लगता है कि वह ऐसा किसा न्यूमेरोलॉजिकल साइंस की वजह से करते थे। हालांकि, इरफान डबल 'R' सिर्फ इसलिए लगाते थे क्योंकि इससे उनके नाम में जो साउंड आती है, वह उन्हें बेहद पसंद थी।
गोश्त और शिकार से दूर रहते थे इरफान
इरफान ने कभी मीट या मांस नहीं खाया था। वह बचपन से ही शुद्ध शाकाहारी थे। तभी तो उनके पिता उनसे मजाक में कहते थे कि पठान परिवार में एक ब्राह्मण पैदा हो गया है। इरफान के पिता उन्हें शिकार पर भी ले जाया करते थे। जंगल का वातावरण इरफान को रोमांचित भी करता था, लेकिन मासूम जानवरों का शिकार होते उनसे देखा नहीं जाता था। इरफान भी राइफल चलाना जानते थे, लेकिन खुद कभी शिकार नहीं करते थे।
दूधवाले की बेटी से हुआ था इरफान को पहला प्यार
एक वक्त इरफान दूधवाले की बेटी से प्यार कर बैठे थे। इरफान ने कहा था कि 16 साल की उम्र में वह सिर्फ इसलिए दूध लेने जाते थे, ताकि दूधवाले की बेटी की शक्ल देख सकें। हालांकि, इरफान का दिल तब टूट गया, जब लड़की ने उन्हें एक चिट्ठी थमा दी, जो इरफान को लड़की के बगल में रहने वाले लड़के को देनी थी। तब इरफान ने अपने प्यार की कुर्बानी देते हुए चिट्ठी उस लड़के तक पहुंचा दी थी।