UGC इन छात्रों को देता है हर महीने 22,000 की स्कॉलरशिप, ऐसे उठाएं लाभ
क्या है खबर?
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) की ओर से डॉक्टर एस राधाकृष्णन पोस्ट डॉक्टोरल फेलोशिप योजना चलाई जाती है।
इसके माध्यम से देश के विभिन्न शिक्षा संस्थानों में सामाजिक विज्ञान और मानविकी विषयों पर पोस्ट डॉक्टोरल रिसर्च को बढ़ावा दिया जा रहा है।
फेलोशिप योजना के तहत उम्मीदवारों को हर महीने हजारों रुपये की फेलोशिप (स्कॉलरशिप) दी जाती है।
इस योजना के तहत अलग-अलग विषयों कीे कुल 900 सीटों के स्लॉट हैं, इसमें से 30 प्रतिशत सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित हैं।
राशि
कितनी स्कॉलरशिप मिलती है?
इस योजना के तहत उम्मीदवारों को प्रतिमाह 18,000 से 22,000 रुपये की स्कॉलरशिप दी जाती है।
इसमें 1,000 रुपये प्रतिमाह की बढ़ोत्तरी का प्रावधान भी रहता है। जिन उम्मीदवारों ने अपनी Phd थीसिस सब्मिट कर दी है, लेकिन उन्हें डॉक्टरेट नहीं मिली है तो उन्हें 16,000 रुपये प्रतिमाह की फेलोशिप मिलती है।
अभ्यर्थियों को 30 हजार रुपये हर साल के हिसाब से आकस्मिक निधि भी दी जाती है। अभ्यर्थी इस स्कॉलरशिप का लाभ अधिकतम 3 साल तक उठा सकते हैं।
लाभ
कौन ले सकता है योजना का लाभ?
इस फेलोशिप का लाभ ऐसे बेरोजगार उम्मीदवारों को मिलता है जिन्होंने किसी विश्वविद्यालय से सामाजिक विज्ञान, मानविकी या भाषा विषयों में PhD की हो।
PhD थीसिस जमा कर चुके उम्मीदवार भी आवेदन के पात्र हैं।
उम्मीदवारों की आयु 35 साल से अधिक नहीं होना चाहिए। आरक्षित वर्ग को आयु सीमा में छूट मिलेगी।
स्नातकोत्तर डिग्री में न्यूनतम 55 प्रतिशत अंक लाने वाले युवा आवेदन कर सकेंगे।
अगर उम्मीदवार किसी अन्य फैलोशिप का लाभ उठा रहा है तो लाभ नहीं मिलेगा।
आवेदन
कैसे करें आवेदन?
प्रमुख समाचार पत्रों में विज्ञापन के माध्यम से वर्ष में एक बार स्कॉलरशिप के लिए ऑनलाइन मोड के माध्यम से आवेदन मंगाऐ जाते हैं।
UGC की वेबसाइट पर संक्षिप्त अधिसूचना जारी की जाती है। उम्मीदवार अधिसूचना जारी होने के बाद आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं।
होम पेज पर पंजीकरण के लिए न्यू यूजर टैब पर क्लिक करें। इसके बाद पंजीकरण कर एप्लाई लिंक पर क्लिक करें और आवेदन फॉर्म भरकर सब्मिट करें।
आवेदन
आवेदन के लिए ये दस्तावेज हैं जरूरी
आवेदन के लिए 1 MB साइज की पासपोर्ट साइज फोटो और हस्ताक्षर की स्कैन कॉपी, 5 MB की साइज तक पूर्ण अनुसंधान प्रस्ताव जमा करना होगा। स्नातकोत्तर और PhD से संबंधित दस्तावेज जमा कराना भी जरूरी है।
आवेदन फॉर्म भरने के बाद, एक ऑटो-जनरेटेड फॉर्म आपकी स्क्रीन पर प्रदर्शित होगा। इस पर HOD/रजिस्ट्रार के हस्ताक्षर करवा कर आवेदन पत्र जमा करने से पहले अपलोड करना होगा।
सब्मिट हो जाने के बाद आवेदन फॉर्म में सुधार का मौका नहीं मिलेगा।