अब दिल्ली विश्वविद्यालय में कर सकेंगे ये कोर्स, 2021 से होने जा रहा शुरू
क्या है खबर?
ज्यादातर छात्रों का सपना दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) में पढ़ने का होता है। DU कई प्रकार के पाठ्यक्रम ऑफर करता है। इसी बीच साल 2021 से दिल्ली विश्वविद्यालय एक नया पाठ्यक्रम ऑफर करने वाला है।
जी हां, DU शैक्षणिक वर्ष 2021 से पर्यावरण साइंस में बैचलर ऑफ साइंस (B.Sc) Honours लॉन्च करने जा रहा है।
DU के पर्यावरण साइंस विभाग के प्रोफेसर राधे श्याम शर्मा ने इस बात की पुष्टि की है।
आइए जानें पूरी खबर।
सीटों की संख्या
स्नातक की सीटों में होगा इतना इजाफा
DU के पर्यावरण साइंस विभाग के प्रोफेसर राधे श्याम शर्मा ने इंडियन एक्प्रैस को बताया है कि DU के तहत आने वाले छह कॉलेजों ने इस कोर्स को लागू करने के लिए सहमति जताई है।
प्रत्येक कॉलेज से पाठ्यक्रम के लिए कम से कम 24 और अधिकतम 32 सीटें देने की उम्मीद है। इसका मतलब है कि अगले प्रवेश साइकल के लिए कम से कम 144 नई स्नातक सीटें बनाई जाएंगी।
प्रवेश प्रक्रिया
कैसे होगा प्रवेश?
EVS की चयन प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जाना बाकी है। DU में अधिकांश स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश कटऑफ के आधार पर दिया जाता है, जिसमें 12वीं के बेस्ट ऑफ फार विषय के नंबर पर विचार किया जाता है।
ऑनर्स पाठ्यक्रमों के लिए प्रवेश प्रक्रिया में बेस्ट चार विषयों में एक प्रमुख विषय शामिल होता है। B.Sc (ऑनर्स) पर्यावरण अध्ययन के मामले में ऐसा होना संभव नहीं है, क्योंकि अधिकांश स्कूल 12वीं स्तर पर ये कार्यक्रम ऑफर नहीं करते हैं।
CBSE
सबसे ज्यादा छात्र होते हैं CBSE से
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) के अंतर्गत आने वाले स्कूलों में 12वीं में पर्यावरणीय अध्ययन (EVS) एक ऐच्छिक (Elective) विषय के तौर पर भी नहीं होता है। DU में हर साल ज्यादातर आवेदन CBSE स्ट्रीम से आते हैं।
2019 में DU में स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए कुल 2.70 लाख छात्रों ने आवेदन किया था, जिनमें से दो लाख CBSE से मान्यता प्राप्त स्कूलों से थे।
इस नए कोर्स के आने से छात्रों को काफी फायदा होगा।
पाठ्यक्रम
क्या पढ़ाया जाता है इस कोर्स में?
पर्यावरण साइंस में बैचलर ऑफ साइंस (B.Sc) Honours पाठ्यक्रम इकोलॉजी, इंजीनियरिंग, संरक्षण (Conservation), बायोलॉजी और केमिस्ट्री जैसी कई धाराओं में स्पेशलाइज्ड होता है।
इसमें आपको पर्यावरण के मूल तत्व, पर्यावरण बायोलॉजी, पर्यावरण प्रदूषण, पर्यावरण मैनेजमेंट, पर्यावरण कानून, नीति आदि के बारे में पढ़ाया जाता है।
इसके कुछ टॉप कॉलेजों में एटिट्यूड बिजनेस स्कूल, DAV विश्वविद्यालय, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय और पटना साइंस कॉलेज शामिल हैं।