CBSE: पहली से 10वीं तक के छात्रों को बनाने होंगे कला आधारित प्रोजेक्ट
क्या है खबर?
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) पहली से 10वीं तक के छात्रों के लिए एक नई पहल शुरू करने वाला है।
अब पहली से 10वीं तक के छात्रों को कला पर आधारित प्रोजेक्ट बनाने होंगे। बोर्ड ने यह फैसला छात्रों की लर्निंग स्किल को बढ़ाने में मदद करने के लिए लिया है।
इस पहल के तहत आने वाले शैक्षिक सत्र से सभी छात्रों को प्रत्येक विषय में एक कला पर आधारित प्रोजेक्ट बनाना अनिवार्य होगा।
आइए जानें क्या है पूरी खबर।
पाठ्यक्रम
पाठ्यक्रम में भी होंगे बदलाव
बोर्ड ने यह साफ किया है कि इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य छात्रों की सीखने की क्षमता को और बेहतर बनाना है।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के निर्देश के बाद इसकी शुरूआत की गई है। बोर्ड के नियंत्रक संयम भारद्वाज ने इस संबंध में स्कूलों को पत्र लिखकर सारी जानकारी दी है।
इसके साथ ही नए शैक्षिक सत्र के लिए पहली से 10वीं तक का पाठ्यक्रम भी अपडेट हो गया है। अब छात्रों को कुछ नया पढ़ने को मिलेगा।
सर्कुलर
जारी हो चुका है सर्कुलर
इससे पहले भी पाठ्यक्रम में बदलाव के लिए बोर्ड ने एक सर्कुलर जारी किया था, जिसमें 20 प्रतिशत तक बहुविकल्पीय प्रश्न बढ़ाने के बारे में कहा गया था।
सर्कुलर में 9वीं और 10वीं के छात्रों के लिए 20 प्रतिशत नंबर के और 11वीं और 12वीं के छात्रों के लिए 10 प्रतिशत नंबर के स्रोत आधारित एकीकृत प्रश्न भी शामिल हैं।
इस साल की बोर्ड परीक्षाओं में भी बदलाव किए गए थे। ये बदलाव छात्रों के लिए काफी लाभदायक हैं।
डेटशीट
18 मई तक जारी होगी बोर्ड बोर्ड परीक्षा की डेटशीट
कोरोना वायरस के कारण देश में चल रहे लॉकडाउन की वजह से 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं को स्थगित कर दिया गया था। अब बची हुईं बोर्ड परीक्षाओं को आयोजन 1-15 जुलाई के बीच किया जाएगा।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास रमेश पोखरियाल ने जानकारी दी है कि पूरी डेटशीट 18 मई तक जारी कर दी जाएगी।
कोरोना वायरस महामारी के कारण परीक्षा केंद्रों में कई इंतजाम किए जा रहे हैं ताकि बच्चों को कोई परेशानी न हो।
जानकारी
9वीं और 11वीं के छात्रों को मिल रहा पास होने का एक और मौका
CBSE इस साल परिस्थितियों को देखते हुए 9वीं और 11वीं के छात्रों को पास होने का एक और मौका दे रहा है। छात्र जिस विषय में फेल हुए हैं, उस विषय की परीक्षा एक बार फिर दे सकते हैं।