अब BHU में पढ़ाई जाएगी 'भूत विद्या', जानें कैसे होगा प्रवेश
क्या है खबर?
जहां एक तरफ कई लोग भूतों में विश्वास नहीं करते हैं या भूतों से डरते हैं, वहीं कई लोगों को भूतों की कहानियां सुनने में काफी रुचि होती है।
आज के समय में कई ऐसे करियर विकल्प में जिसमें आप अच्छा भविष्य बना सकते हैं। वहीं बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी (BHU) आपको एक नए करियर का विकल्प दे रही है। जी हां, BHU जल्द ही 'भूत विद्या' का सर्टिफिकेट कोर्स शुरू करने जा रहा है।
आइए जानें पूरी खबर।
विवरण
कितने महीने का होगा कोर्स, कौन ले सकता है प्रवेश?
BHU द्वारा शुरू होने वाले 'भूत विद्या' सर्टिफिकेट कोर्स में इस दुनिया पर रिसर्च की जाएगी। इसकी शुरूआत BHU का फैकल्टी ऑफ आयुर्वेद करने जा रहा है।
फैकल्टी ऑफ आयुर्वेद के डीन यामिनी भूषण त्रिपाठी ने न्यूज18 हिन्दी को बताया कि ये छह महीने का सर्टिफिकेट कोर्स होगा।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इसमें चिकित्सा पद्धतियों में स्नातक या डॉक्टर छात्र प्रवेश ले पाएंगे।
पाठ्यक्रम
कोर्स के तहत पढ़ाया जाएगा ये
इस कोर्स में डॉक्टरों को मनोचिकित्सा संबंधी समस्याओं और असामान्य कारणों से होने वाली मनोवैज्ञानिक स्थितियों के इलाज और मनोचिकित्सा के बारे में पढ़ाया जाएगा। कई लोग इसको भूत का असर मानते हैं।
यामिनी भूषण त्रिपाठी के अनुसार देश में पहली बार BHU रसायन विज्ञान (Anti Aging), वाजीकरण विज्ञान और भूत विज्ञान पर रिसर्च करने जा रहा है।
बता दें एकेडमिक काउंसिल ऑफ बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी ने इसके लिए अनुमति भी दे दी है।
बयान
नई इकाई भूत विद्या से संबंधित चीजों के अध्ययन में करेगी मदद
संकाय में एसोसिएट प्रोफेसर आयुर्वेद वैद्य सुशील कुमार दुबे ने कहा, "नई इकाई भूत विद्या से संबंधित विभिन्न चीजों के अध्ययन में मदद करेगी, जो पूरी तरह से आयुर्वेदिक तरीके से मनोवैज्ञानिक विकारों और असामान्य मानसिक स्थिति से संबंधित है।"
प्रवेश प्रक्रिया
कैसे होगा प्रवेश?
यह कोर्स जुलाई, 2020 से शुरू हो जाएगा। जिसके लिए जनवरी, 2020 से आवेदन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। कोर्स की फीस 50,000 रुपये तक हो सकती है। अभी कोर्स की फीस फाइनल नहीं है।
इस कोर्स में प्रवेश मेरिट लिस्ट या लिखित परीक्षा के आधार पर दिया जाएगा। उम्मीदवारों की संख्या के आधार पर प्रवेश प्रक्रिया निर्धारित की जाएगी। उम्मीदवारों की संख्या अधिक होने पर प्रवेश परीक्षा का आयोजन होगा।