दिल्ली: अरविंद केजरीवाल का तोहफा, छात्रों को बांटी 14 करोड़ रुपये की स्कॉलरशिप
क्या है खबर?
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को यानी 05 जुलाई, 2019 को दिल्ली सरकार के उच्च शिक्षा संस्थानों के 2,429 छात्रों को जरूरत आधारित स्कॉलरशिप चेक बांटे है।
स्कॉलरशिप चेक बांटटे हुए उन्होंने कहा कि दिल्ली में किसी भी युवा को वित्तीय (फाइनेंशियल) बाधाओं के कारण उच्च शिक्षा के लिए अवसर नहीं खोना चाहिए।
अरविंद केजरीवाल के इस निर्णय से दिल्ली के उच्च शिक्षा संस्थानों के छात्रों को काफी मदद मिलेगी।
आइए जानें क्या है पूरी खबर।
14 करोड़
दिए गए 14 करोड़ रुपये
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार शिक्षा सचिव संदीप कुमार ने कहा कि जुलाई, 2017 में स्कॉलरशिप शुरू किए जाने के बाद यह पहली बार है जब सरकार ने वितरित करने के लिए निर्धारित 10 करोड़ रुपये की सीमा को पार करने का फैसला किया।
इस साल 14 करोड़ रुपये बांटे गए है।
ये दिल्ली राज्य के विश्वविद्यालयों जैसे GGS इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय, दिल्ली प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, अंबेडकर विश्वविद्यालय और दिल्ली फार्मास्युटिकल साइंसेज और अनुसंधान विश्वविद्यालय में छात्रों के लिए उपलब्ध है।
ट्विटर पोस्ट
मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर दी जानकारी
CM @ArvindKejriwal distributed Scholarships to Delhi students. Total Scholarships of Rs.14.17 crores for 2400+ students is released today.
— Manish Sisodia (@msisodia) July 5, 2019
The purpose is - दिल्ली का कोई बच्चा पैसे की कमी के कारण अपनी पढ़ाई बीच में न छोड़े. pic.twitter.com/UzjT481dIa
जानकारी
क्या कहा मनीष सिसोदिया ने
मनीष सिसोदिया ने कहा, "शायद यह भारत में पहली ऐसी योजना है, जिसके तहत जाति या किसी अन्य सामाजिक श्रेणी के बजाय आर्थिक पृष्ठभूमि के आधार पर एक स्कॉलरशिप जारी की जा रही है।"
छात्र का बयान
पिता को लेना पड़ा उधार
अविनाश कुमार ने कहा कि पहले वर्ष के लिए उनकी फीस 74,000 रुपये थी, जिसका भुगतान करना उनके परिवार के लिए काफी कठिन था।
उनके पिता पूर्वी दिल्ली के चिल्ला गाँव में एक छोटी सी दुकान चलाते हैं।
उन्होंने बताया कि उनके पिता को उनकी फीस चुकाने के लिए उधार लेना पड़ा था।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अविनाश कुमार GGSIPU में B.Ed का पहला वर्ष पूरा चुके हैं।
जानकारी
होती है 100% फीस माफ
अवनीश कुमार ने बताया कि विश्वविद्यालय के एक प्रतिनिधि ने उन्हें पिछले साल स्कॉलरशिप के बारे में बताया, जिसके बाद उन्होंने आवेदन किया और 100% फीस माफी के लिए योग्य बने। इससे उन्हें एक एक बड़ी राहत मिली है।