
बचत करने का '3 का नियम' क्या है, इसे अपने जीवन में कैसे अपनाएं?
क्या है खबर?
अगर आप अपनी कमाई का बेहतर तरीके से इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो '3 का नियम' एक आसान तरीका हो सकता है।
इसमें आपकी आय को 3 हिस्सों जरूरी खर्च, मनपसंद खर्च और बचत) में बांटा जाता है। यह नियम न सिर्फ आपकी जरूरतें पूरी करता है बल्कि फालतू खर्च से बचाने और भविष्य के लिए पैसे बचाने में भी मदद करता है।
यह तकनीक सरल है और हर व्यक्ति के पर्सनल फाइनेंस लिए कारगर हो सकती है।
खर्च
जरूरी चीजों पर 50 प्रतिशत करें खर्च
3 के नियम में सबसे पहले अपनी कमाई का 50 प्रतिशत हिस्सा जरूरी खर्चों के लिए रखा जाता है।
इसमें किराया, बिजली-पानी, राशन, दवा और आने-जाने का खर्च शामिल होता है। इन सभी जरूरी खर्चों पर ध्यान देने से आपकी रोजमर्रा की जिंदगी बिना किसी परेशानी के चलती रहती है।
जब जरूरी चीजों का ख्याल पहले रखा जाए, तो बाकी पैसों को बहुत आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है।
मनोरंजन
30 प्रतिशत हिस्सा रखें शौक और मनोरंजन के लिए
जरूरी खर्चों के बाद आपकी कमाई का 30 प्रतिशत हिस्सा उन चीजों पर खर्च किया जा सकता है, जो जरूरी तो नहीं, पर मन को खुशी देती हैं।
जैसे मूवी देखना, बाहर खाना खाना, पेंटिंग, किताबें खरीदना या अपने किसी शौक पर खर्च करना।
यह हिस्सा आपको जीवन में आनंद लेने की आजादी देता है, लेकिन सीमाओं में रहकर। इससे न तो आपकी बचत प्रभावित होती है और न ही जरूरी जरूरतें।
बचत
बचत और जरूरत के हिसाब से बदलाव
3 का नियम कहता है कि कमाई का 20 प्रतिशत हिस्सा भविष्य के लिए बचाया जाना चाहिए, जैसे इमरजेंसी फंड, रिटायरमेंट प्लान या किसी बड़े सपने के लिए, लेकिन हर किसी की जरूरतें अलग होती हैं।
इसलिए अगर आपकी जरूरी चीजों पर ज्यादा खर्च होता है, तो आप अनुपात थोड़ा बदल सकते हैं। इस नियम को अपनी परिस्थिति के अनुसार अपनाकर आप अपने पैसों का सबसे अच्छा इस्तेमाल कर सकते हैं।