
उत्तर प्रदेश नई कंपनियों के पंजीकरण में दिल्ली से हुआ आगे- रिपोर्ट
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश बिजनेस शुरू करने के लिए देश का नया केंद्र बनकर उभरा है।
द इकॉनमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, अप्रैल, 2024 से जनवरी, 2025 के बीच यूपी में 15,590 नई कंपनियां पंजीकृत हुईं, जबकि दिल्ली में 12,759 नई कंपनियां बनीं। महाराष्ट्र 21,000 कंपनियों के साथ पहले स्थान पर रहा।
बिजनेस बढ़ने की यह तेजी यूपी में बेहतर कानून-व्यवस्था और आसान व्यापार नियमों से आई है। नोएडा का बड़ा औद्योगिक केंद्र होना भी निवेशकों को आकर्षित कर रहा है।
बढत
यूपी की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ी
यूपी की अर्थव्यवस्था लगातार मजबूत हो रही है। 2021-22 से राज्य की ग्रोथ 7.5-11.4 प्रतिशत के बीच रही, जो राष्ट्रीय औसत से ज्यादा है।
बिजनेस शुरू करने की संख्या में भले ही यूपी आगे हो, लेकिन दिल्ली अभी भी सक्रिय कंपनियों की संख्या में आगे है। जनवरी, 2025 तक यूपी में 1.50 लाख, दिल्ली में 2.50 लाख और महाराष्ट्र में 3.46 लाख कंपनियां सक्रिय थीं।
यूपी की तेज रफ्तार ने पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और कर्नाटक को पीछे छोड़ दिया है।
फायदा
बड़ी आबादी से निवेशकों को फायदा
उत्तर प्रदेश की 24 करोड़ से ज्यादा आबादी इसके विकास की बड़ी ताकत है।
राज्य की करीब 55-56 प्रतिशत आबादी कामकाजी उम्र में है, जिससे बिजनेस को ग्राहकों और श्रमिकों की कमी नहीं होती। राज्य सरकार पारंपरिक कृषि उद्योगों के साथ नए सेक्टर को भी बढ़ावा दे रही है, ताकि ग्रोथ बनी रहे।
बिजनेस के लिए अनुकूल माहौल और निवेशकों के बढ़ते भरोसे से यूपी देश का तीसरा सबसे बड़ा बिजनेस हब बन गया है।