एमस्वाइप को RBI से मिला पेमेंट एग्रीगेटर लाइसेंस, डिजिटल भुगतान होगा आसान
क्या है खबर?
फिनटेक कंपनी एमस्वाइप टेक्नोलॉजीज को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) से पेमेंट एग्रीगेटर (PA) का अंतिम लाइसेंस मिल गया है। अगस्त, 2022 में मिली शुरुआती मंजूरी के बाद लंबे इंतजार के बाद यह लाइसेंस मिला है। इससे उसे ऑनलाइन और भौतिक दोनों प्रकार के भुगतान स्वीकृति चैनलस पर काम करने की अनुमति मिल गई है। इस मंजूरी के साथ कंपनी व्यापारियों को अपने साथ जोड़ सकती है और डिजिटल और व्यक्तिगत माध्यमों से ग्राहकों के भुगतानों को एकत्रित कर सकती है।
विस्तार
विदेश में भी कर सकेंगे भुगतान
यह लाइसेंस कंपनी को सीमा पार भुगतान की सुविधा भी प्रदान करता है, जिससे इसकी संपूर्ण भुगतान क्षमता मजबूत होती है। PA प्राधिकरण मिलने से एमस्वाइप उन चुनिंदा फिनटेक कंपनियों में शामिल हो गई है, जिन्हें पेमेंट एग्रीगेटर के रूप में काम करने के लिए पूर्ण नियामक मंजूरी मिल गई है। इस कदम से कंपनी की ओमनी-चैनल सेवाएं RBI की निगरानी में आ गई हैं और इसका दायरा प्वाइंट-ऑफ-सेल (POS) समाधानों से आगे बढ़ गया है।
सुविधाएं
एमस्वाइप क्या देती है सुविधाएं?
2011 में स्थापित एमस्वाइप ने POS मशीनों के प्रदाता के रूप में शुरुआत की थी। सालों के दौरान यह एक संपूर्ण भुगतान प्लेटफॉर्म में परिवर्तित हो गया है। कंपनी अब स्मार्ट POS डिवाइस, QR कोड साउंड बॉक्स और पेमेंट गेटवे के माध्यम से पूरे देश में लाखों व्यापारियों को सेवाएं प्रदान करती है। वित्त वर्ष 2024 में एमस्वाइप के भुगतान कारोबार ने 275 करोड़ रुपये से अधिक के राजस्व के साथ समायोजित लाभ दर्ज किया।