क्यों प्रतिबंधित हैं कारों में टिंटेड खिड़कियां? जानें इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
क्या है खबर?
हमने अक्सर कारों पर काले रंग की खिड़कियों को देखा है। बहुत बार ये काले शीशे होते हैं, जबकि कई बार धूप से बचने के लिए इन पर सनफिल्म लगाई जाती है, जिसे टिंटेड विंडो भी कहा जाता है।
इस तरह की खिड़कियों के बहुत से फायदे हैं, पर फिर भी भारत में इस पर प्रतिबंध लगाया गया है।
चलिए जानते हैं कि भारत में क्यों प्रतिबंधित है टिंटेड विंडो और किस हद तक आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
परिचय
क्या होती है टिंटेड खिड़कियां?
केबिन में सूरज की रोशनी को रोकने के लिए ज्यादातर वाहनों में टिंटेड ग्लास का इस्तेमाल किया जाता है। इसके लिए उपयोगकर्ता अतिरिक्त फीचर्स के रूप में सनफिल्म को कारों की खिड़कियों पर लगाते हैं।
यह फिल्म काले या भूरे रंग से रंगा हुआ होता है, जिसे ग्लास पर लगाने से यह बाहर से आने वाली किसी भी तरह की रोशनी को कम कर देता है या पूरी तरह से रोक देता है।
लाभ
क्या है टिंटेड खिड़कियों के फायदे?
गर्मी के दिनों में सीधी धूप से बचने के लिए कुछ लोग कार की खिड़कियों के लिए टिंटेड ग्लास का इस्तेमाल करते हैं।
इसके अलावा यह रंग हुआ ग्लास इंटीरियर को सूरज की रोशनी से खराब होने से बचाने में भी भूमिका निभाता है।
टिंटेड ग्लास कार में रहने वालों की गोपनीयता भी बनाए रखने में मदद करता है, क्योंकि बाहर से देखने पर इस तरह की खिड़कियों से अंदर कुछ भी नजर नहीं आता है।
प्रतिबंध
भारत में क्यों प्रतिबंधित है टिंटेड खिड़कियां?
भारत में हुए कई आपराधिक मामले में कारों के अंदर गहरे रंग वाली खिड़की को पाया गया था। इसलिए इस तरह के अपराधों को कम करने के लिए कारों पर टिंटेड खिड़कियों को लगाने पर प्रतिबंध लगाया गया है।
इसके अलावा सनफिल्म पर प्रतिबंध लगाने का एक अन्य कारण ड्राइवर के लिए अच्छी दृश्यता सुनिश्चित करना और सीमित दृश्यता के कारण कार दुर्घटनाओं के जोखिम को कम करना है।
नियम
ये है टिंटेड खिड़कियों के लिए बने नियम
2012 में सुप्रीम कोर्ट ने नियम पारित किया, जो रंगे हुआ कांच के साथ-साथ सनफिल्म जैसे अन्य विकल्पों के उपयोग पर प्रतिबंध लगाता है।
इस तरह मोटर वाहन अधिनियम 1988 के अनुसार,कार के आगे और पीछे की विंडशील्ड 70 प्रतिशत से अधिक विजुअल लाइट ट्रांसमिशन (VLT) होनी चाहिए, जबकि अन्य खिड़कियों के लिए 50 प्रतिशत VLT होनी चाहिए। इन नियमों को तोड़ने पर भारी जुर्माना देना पड़ सकता है।
जानकारी
सारे टिंटेड खिड़कियों पर नहीं है प्रतिबंध
भारत में हर तरह के सनफिल्म या टिंटेड विंडो पर प्रतिबंध नहीं है। सरकार केवल कुछ सनफिल्मों पर ही प्रतिबंध लगाती है।
अगर आप 50 से 70 प्रतिशत VLT वाले फिल्म या विंडो का इस्तेमाल करते हैं तो इसमें आपको किसी भी तरह का कोई जुर्माना नहीं लगता।
ध्यान दिया जाना चाहिए कि विंडो फिल्मों को लगाने से पहले जांच कर लेना चाहिए कि उत्पाद विश्वसनीय ब्रांड से हैं और सरकार द्वारा प्रस्तावित मानकों को पूरा करते हैं।