फ्यूल लीक की शिकायतों के बाद हुंडई और किया ने रिकॉल की छह लाख कारें
क्या है खबर?
हुंडई और किया ने अपनी छह लाख से भी अधिक कारों को रिकॉल किया है।
इनके इंजन में फ्यूल लीक होने के की शिकायतें आई थीं, जिस कारण आग लगने का खतरा था।
इस समस्या को देखते हुए हुंडई और किया मोटर्स ने अमेरिका और कनाडा में छह लाख से भी अधिक कारों को ठीक करने के लिए वापल ले लिया है।
निर्माताओं का कहना है कि फ्यूल लीक होने से कार में शॉर्ट सर्किट हो सकता है।
रिकॉल
इन कारों को किया गया रिकॉल
इंजन में आने वाली समस्या के कारण इतनी कारों को वापस बुलाने की वजह से दोनों कंपनियों को परेशानी हुई है।
इसके साथ ही वे अमेरिका के राष्ट्रीय राजमार्ग यातायात सुरक्षा प्रशासन की जांच के लपेटे में भी आ गई हैं।
कंपनियों ने अमेरिका और कनाडा में साल 2014-15 के बीच बनी किया सोरेंटो SUV, 2013-15 के बीच बनी किया ऑप्टिमा सेडान और 2013-15 के बीच बनी हुंडई सैंटा फी SUV को वापस बुलाया है।
दुर्घटना
हुंडई की 15 और किया की आठ कारों में लगी थी आग
हुंडई का कहना है कि फ्यूल लीक होने के कारण इंजन में आग लगने की 15 खबरें थीं। वहीं किया ने कहा कि उनकी आठ कारों में इस कारण आग लगी थी।
इसके साथ ही नुकसान के बारे हुंडई ने कहा कि उसे इस कारण किसी व्यक्ति को नुकसान पहुंचने के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है। जबकि किया ने कहा कि उसकी कारों में होने वाली इन दुर्घटनाओं से किसी को कोई नुकसान नही पहुंचा है।
बयान
बाहर कार पार्क करने की नहीं है जरूरत- हुंडई
हुंडई ने एक बयान में कहा कि इस समस्या के कारण कारों को बाहर पार्क करने की जरूरत नहीं है, लेकिन अगर एंटी लॉक ब्रेक वार्निंग की लाइट जल रही है तो उन कारों को नहीं चलाना चाहिए और डीलर से संपर्क करना चाहिए। साथ ही पॉजिटिव केबल को हटाकर 12 वोल्ट की बैटरी को डिस्कनेक्ट करना चाहिए।
दोनों कंपनियों के डीलर कारों की जांच करेंगे और जरूरत पड़ने पर बदलकर लोगों को दूसरी कार देंगे।
शिकायत
दो साल पहले मिली थी हुंडई को पहली शिकायत
हुंडई को दो साल पहले सैंटा फी कार के इंजन में आग लगने की पहली शिकायत मिली थी और उसने एक जांच शुरू की थी।
वहीं किया ने इस साल फरवरी में एक सोरेंटो में पिघली हुई कंट्रोल यूनिट की शिकायत मिलने के बाद जांच शुरू की थी।
इसके साथ ही बता दें कि फरवरी में हुंडई ने लगभग चार लाख छोटी कारों में आने वाली समस्याओं को ठीक करने के लिए वापस बुलाया था।