
भारतीय नौसेना ने पाकिस्तान से तनाव के बीच किया MIGM स्वदेशी मिसाइल का सफल परीक्षण
क्या है खबर?
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तकरार काफी बढ़ गई है।
इसी बीच भारतीय नौसेना ने सोमवार को रक्षा क्षेत्र में बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए स्वदेशी मल्टी-इन्फ्लुएंस ग्राउंड माइन (MIGM) मिसाइल का सफल परीक्षण किया है।
इस उपलब्धि के लिए केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) और भारतीय नौसेना को बधाई दी है। आइए जानते हैं उन्होंने क्या कुछ कहा है।
ट्विटर पोस्ट
यहां देखें वीडियो
The @DRDO_India and @indiannavy successfully undertook combat firing (with reduced explosive) of the indigenously designed and developed Multi-Influence Ground Mine (MIGM).
— रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia) May 5, 2025
Raksha Mantri Shri @rajnathsingh has complimented DRDO, Indian Navy and the Industry on this… pic.twitter.com/pOvynpBcr5
बधाई
रक्षा मंत्री ने परीक्षण को लेकर क्या कहा?
नौसेना की इस कामयाबी पर रक्षा मंत्री सिंह ने एक्स लिखा, 'DRDO और भारतीय नौसेना ने स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित मल्टी-इन्फ्लुएंस ग्राउंड माइन (MIGM) की सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। इसके लिए DRDO और भारतीय नौसेना बधाई की पात्र है। यह प्रणाली समुद्र के अंदर भारतीय नौसेना की युद्ध क्षमताओं को और बढ़ाएगी।'
बता दें कि यह माइन समुद्र के नीचे दुश्मन के जहाजों को निशाना बनाने में सक्षम है। पाकिस्तान से तनाव के बीच यह बड़ी उपलब्धि है।
खासियत
क्या है MIGM की खासियत?
MIGM प्रणाली एक उन्नत पानी के भीतर काम करने वाली नौसैनिक खदान है, जिसे विशाखापट्टनम में स्थित नौसेना विज्ञान और प्रौद्योगिकी प्रयोगशाला ने DRDO की पुणे स्थित हाई एनर्जी मैटेरियल्स रिसर्च लेबोरेटरी और चंडीगढ़ स्थित टर्मिनल बैलिस्टिक्स रिसर्च लेबोरेटरी के सहयोग से विकसित किया है।
MIGM को आधुनिक स्टील्थ युद्धपोतों और पनडुब्बियों के खिलाफ भारतीय नौसेना की क्षमताओं को बढ़ाने के लिए डिजाइन किया गया है।
इसके उत्पादन साझेदार भारत डायनेमिक्स लिमिटेड विशाखापत्तनम और अपोलो माइक्रोसिस्टम्स लिमिटेड हैदराबाद हैं।