उनादकट ने बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट में 16 ओवर गेंदबाजी की, जिसमें 50 रन देकर दो विकेट लिए थे। बांग्लादेश की पहली पारी महज 227 पर सिमट गई। पहले दिन के खेल की समाप्ति तक बिना विकेट गंवाए 19 रन बना लिए हैं।
बाएं हाथ के तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट ने 2010 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू किया था और उसके बाद से वह टीम से बाहर थे। ऐसे में उन्होंने 12 साल बाद टेस्ट टीम में वापसी की है।
उनादकट ने भले ही साल 2010 में सेंचुरियन में अपना टेस्ट डेब्यू किया था, लेकिन वह उसमें कोई विकेट नहीं ले पाए थे। ऐसे में उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ जारी टेस्ट में जाकिर हसन के रूप में अपना पहला टेस्ट विकेट लिया।
उनादकट टेस्ट डेब्यू के बाद 118 टेस्ट मैचों में टीम से बाहर रहे हैं। वह लंबे समय तक टीम से बाहर रहने वाले पहले भारतीय होने के साथ वैश्विक स्तर पर छठे खिलाड़ी हैं। दुनिया में सबसे ज्यादा टेस्ट से बाहर रहने का रिकॉर्ड इंग्लैंड के गैरेथ बैटी के नाम है। वह 142 टेस्ट में टीम से बाहर रहे थे।
उनादकट ने डेब्यू के बाद सबसे अधिक समय तक टीम से बाहर रहने के मामले में पूर्व विकेटकीपर-बल्लेबाज पार्थिव पटेल का भी रिकॉर्ड तोड़ दिया है। पटेल ने अगस्त, 2008 में अपना टेस्ट डेब्यू किया था और उसके बाद वह उन्होंने नवंबर, 2016 में दूसरा टेस्ट मैच खेला था।