हॉकी विश्व कप में भारत ने अपने शुरुआती मैच में स्पेन को 2-0 से हराया और उसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ गोल रहित ड्रा खेला था। मेजबान टीम ने अपने आखिरी ग्रुप मैच में वेल्स को 4-2 से हराया।
भारतीय टीम अपने ग्रुप में दूसरे स्थान पर रही, जिसके चलते सीधे क्वार्टर फाइनल में नहीं पहुंच सकी। भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ क्रॉस-ओवर मैच खेला, जिसके शूटआउट में हार झेलनी पड़ी।
भारत से आकाशदीप सिंह ने सर्वाधिक दो गोल किए। उनके अलावा वरुण कुमार, अमित रोहिदास, हरमनप्रीत सिंह, सुखजीत सिंह, हार्दिक सिंह, शमशेर सिंह, सुखबीर सिंह और ललित कुमार उपाध्याय ने एक-एक गोल किए।
भारत ने पहले और आखिरी बार 1975 में हॉकी विश्व कप जीता था जबकि 1973 और 1971 में क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे थे। भारत 2018 संस्करण के क्वार्टर फाइनल से बाहर हो गया था।
भारत ने 1982 (मुंबई), 2010 (दिल्ली) और 2018 (ओडिशा) के बाद चौथी बार हॉकी विश्व कप की मेजबानी की है, जो कि किसी देश द्वारा सर्वाधिक है। विशेष रूप से भारत लगातार दो बार टूर्नामेंट की मेजबानी करने वाला पहला देश बन गया है।