इडुक्की वन्यजीव अभयारण्य 105 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। इसमें जानवरों की कई प्रजातियां जैसे बाइसन, मालाबार विशाल गिलहरी, बाघ, जंगली बिल्लियां और सांभर हिरण के साथ-साथ वाइपर, करैत और कोबरा आदि जैसे सांप भी रहते हैं।अभयारण्य के चारों ओर एक सुरम्य झील भी है।
इडुक्की में घूमने के लिए सबसे लोकप्रिय स्थानों में से एक थॉम्मनकुथु झरना एक सुंदर झरना है, जो 40 मीटर से अधिक की ऊंचाई से गिरता है। झरनों की सभी 12 शृंखलाएं ऊंचाई में भिन्न-भिन्न हैं और आश्चर्यजनक दृश्य प्रस्तुत करती हैं।
मंगला देवी मंदिर एक प्राचीन मंदिर है, जो आसपास के परिवेश का अद्भुत दृश्य प्रस्तुत करता है। इस मंदिर की पांडियन वास्तुकला और ऊबड़-खाबड़ पुरानी संरचना इसे इतिहास प्रेमियों के लिए देखने योग्य स्थान बनाती है।
समुद्र तल से 1,800 मीटर की ऊंचाई पर स्थित देवीकुलम या सीता देवी झील भगवान राम की पत्नी देवी सीता को समर्पित है।देवीकुलम देवी की झील रामायण की कहानी से जुड़ी हुई है। किंवदंतियों के अनुसार, देवी सीता ने वर्षों तक इस झील में स्नान किया था।
केरल में घूमने के लिए गवी एक ऑफबीट और इको-पर्यटन स्थल है। यह जगह अपने हरे परिवेश और दुर्लभ वनस्पतियों से आपको आश्चर्यचकित कर सकती है। गवी के वन क्षेत्र में दुर्लभ गोफर पेड़ हैं, जो सिर्फ और सिर्फ यहीं पाए जाते हैं। इसमें कई दुर्लभ जानवरों की प्रजातियां भी हैं।