पश्चिम बंगाल के कोलकाता में दशहरा का त्योहार बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस मौके पर यहां पर मेलों का आयोजन होता है। इसमें लोग एक-दूसरे को संदेश और रोसोगुल्ला जैसी पारंपरिक बंगाली मिठाइयां खिलाते हैं।
दिल्ली के रामलीला मैदान में दशहरे का त्योहार भव्य तरीके से मनाया जाता है। यहां पर दिल्ली के सबसे बड़े रावण के पुतले का दहन किया जाता है। यह दशहरा मेला दिल्ली में लगने वाले मेलों में से सबसे पुराना है।
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू को देवताओं की घाटी भी कहा जाता है। यहां पर दशहरा एक भव्य उत्सव है। 1972 से कुल्लू का दशहरा एक अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम बन गया है, जिसमें लाखों लोग भाग लेते हैं।
कोटा राजस्थान का एक प्रमुख औद्योगिक और शैक्षणिक शहर है, जो चम्बल नदी के तट पर बसा हुआ है। शहर के मशहूर दशहरा मेला ग्राउंड में एक बहुत बड़ा मेला लगता है। यहां रावण दहन देखने के लिए हजारों लोग शामिल होते हैं।
कर्नाटक के मैसूर का दशहरा अंतरराष्ट्रीय उत्सव के रूप में अपनी अलग पहचान बना चुका है। दशहरे के मौके पर यहां कई प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, लेकिन सबसे अधिक प्रसिद्ध है इस उत्सव में 12 हाथियों की उपस्थिति।