श्री पद्मनाभास्वामी मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है और यह शहर की समृद्ध आध्यात्मिक विरासत का प्रतीक है। यह मंदिर केरल और द्रविड़ वास्तुशिल्प शैली का बेहतरीन उदाहरण है। हालांकि, इस मंदिर में जाने के लिए आपको पारंपरिक ड्रेस कोड का पालन करना होगा।
यह एक शानदार संग्रहालय है, जिसे 19वीं शताब्दी के मध्य में नेपियर नामक एक ब्रिटिश अधिकारी द्वारा बनाया गया था। यह संग्रहालय तिरुवनंतपुरम का एक महत्वपूर्ण कला और सांस्कृतिक केंद्र है।
शंगुमुग्हम समुद्र तट एक खूबसूरत जगह है, जो शहर के हवाई अड्डे के बहुत करीब स्थित है। साफ नीले पानी और सफेद रेत का यह समुद्र तट आराम करने और शांत वातावरण में अपना समय बिताने के लिए एक शानदार जगह है।
यह आकर्षक मंदिर देवी भद्रकाली को समर्पित है, जो देवी महाकाली के रूपों में से एक है। इस मंदिर का वास्तुशिल्प डिजाइन बहुत सुंदर है और पूरा माहौल काफी शांत है। मंदिर के पास एक प्रसिद्ध इंडियन कॉफी हाउस भी है।
यह आर्ट गैलरी काफी पुरानी है और इसे त्रावणकोर के महाराजा श्री चित्रा थिरुनल ने साल 1934 में खोला था। इसमें त्रावणकोर साम्राज्य और केरल से संबंधित कुछ बहुत ही बेहतरीन कलाकृतियां हैं।