1879 में निर्मित यह विशाल महल 45,000 वर्ग फुट में फैला हुआ है और इसकी दीवारों पर ट्यूडर और स्कॉटिश गोथिक वास्तुकला का एक बेहतरीन मिश्रण दिखाई देता है।
टीपू सुल्तान के किले का निर्माण बेंगलुरु के संस्थापक नादप्रभु केम्पेगौड़ा ने साल 1537 में मिट्टी की ईंटों से कराया था। अगर आप ऐतिहासिक तथ्यों को जाना पसंद करते हैं तो आपको किले की आर्ट गैलरी जरूर देखनी चाहिए।
लाल बाग बॉटैनिकल गार्डन की उत्पत्ति 1760 के दशक में हुई थी और मैसूर के तत्कालीन शासक हैदर अली ने अपने परिवार के लिए एक निजी पार्क के रूप में ये 40 एकड़ भूमि चुनी थी। इस पार्क में पौधों, जड़ी-बूटियों और पेड़ों की 1,800 से अधिक प्रजातियां हैं।
नंदी पहाड़ी एक बहुत खूबसूरत हिल स्टेशन है, जहां से पलार और अर्कावती नदियां निकलती हैं। इस पहाड़ी का नाम प्रसिद्ध नंदी मंदिर के नाम पर रखा गया, जो पहाड़ी की चोटी पर स्थित है। यह समुद्र तल से 1478 मीटर ऊपर स्थित है।
एक समय बेंगलुरु पर चोल वंश का शासन था, जो दक्षिण का एक महत्वपूर्ण शासक राजवंश था। उन्होंने बेंगलुरु पर एक शताब्दी से अधिक समय तक शासन किया और शहर पर उनकी छाप उनके द्वारा शहर के चारों ओर बनाए गए कई मंदिरों से देखी जा सकती है।