पुरानी दिल्ली के मुख्य आकर्षणों में से एक लाल किला शुरुआती शताब्दियों में मुगलों का प्रमुख किला रहा। लाल बलुआ पत्थर से बने इस किले का निर्माण 1638 में शाहजहां की देखरेख में शुरू हुआ था और 1648 में पूरा हुआ था। साल 2007 में इसे यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल घोषित किया था।
लाल बलुआ पत्थर और सफेद संगमरमर पत्थरों से बने इस मकबरे की संरचना इस्लामिक और फारसी वास्तुकला का मिश्रण है। दिल्ली में स्थित हुमायूं के मकबरे की शोभा तब बढ़ी, जब 1993 में यूनेस्को की विश्व विरासत सूची में इसे शामिल किया गया।
दिल्ली में स्थित कुतुब मीनार 12वीं शताब्दी में कुतुब-उद-दीन ऐबक द्वारा निर्मित करवाई गई अफगान-भारतीय शैली की विजय मीनार है। यह विजय मीनार अन्य शासकों पर उनकी जीत का प्रतीक है। कुतुब मीनार को 1993 में यूनेस्को की विश्व धरोहर की सूची में जगह मिली।
भारत के 5वें मुगल बादशाह शाहजहां ने आगरा में 1631 के दौरान अपनी पत्नी मुमताज की याद में ताजमहल का निर्माण करवाना शुरू किया, जो 1653 में बनकर तैयार हुआ। लाल और सफेद संगमरमर से बना ताजमहल दुनिया के 7 अजूबों में एक है। यूनेस्को ने ताजमहल को साल 1983 में विश्व धरोहरों में शामिल किया था।
राजस्थान की राजधानी जयपुर में स्थित एम्बर किले का निर्माण राजा मान सिंह ने 1592 में करवाया गया था। इस किले को 4 अलग-अलग भागों में बांटा गया है और साल 2013 में इसे यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल घोषित किया था।