उत्तर भारतीय व्यंजनों को बड़े पैमाने पर पसंद किया जाता है। इसमें शामिल दाल मखनी, शाही पनीर, मसाला चाप, बटर नान और छोले-भटूरे जैसे व्यंजनों के प्रशंसक केवल भारतीय लोगों ही नहीं हैं, बल्कि दुनिया के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले लोग भी इन्हें पसंद करते हैं।
विदेशों में लोग दक्षिण भारतीय व्यंजनों को उनके स्वाद, विविधता, स्वास्थ्य लाभ और इन्हें बनाने के लिए उपयोग की जाने वाली सामग्रियों के कारण पसंद करते हैं।
ढोकला, खांडवी, थेपला, हांडवो से लेकर गठिया और उंधियू तक, विदेशों में रहने वाले लोगों को गुजराती व्यंजन बहुत पसंद आते हैं।इन व्यंजनों के प्रति विदेशियों की दीवानगी ऐसी है कि कई सुपरमार्केट्स में रेडी-टू-ईट, रेडी-टू-कुक और पाउडर मिश्रण में गुजराती व्यंजन तक बिकने लगे हैं।
विदेशियों को मुगलई व्यंजन बहुत पसंद आते हैं। इनमें शामिल नवरतन कोरमा और मलाई कोफ्ता जैसे व्यंजन बड़े पैमाने पर लोकप्रियता हासिल कर रहे हैं। हालांकि, अगर सात समंदर पार लोकप्रिय इन व्यंजनों में से किसी एक व्यंजन को चुनने की बात आती है तो वह बिरयानी ही होगी।
जब पारंपरिक भारतीय मिठाइयों की बात आती है तो बंगाली व्यंजनों का नाम सबसे पहले आता है। रसगुल्ला, मिष्टी दोई, रसमलाई, चोमचोम और संदेश जैसी बहुत सारी बंगाली मिठाइयां हैं, जो दुनियाभर में बेची जाती हैं।