अगर दोस्तों के बीच झगड़ा हो जाता है तो अक्सर कोई तीसरा उन्हें शांत करने की कोशिश करता है। हालांकि, ऐसा करना बिल्कुल भी ठीक नहीं है क्योंकि जितने अच्छे से आप अपनी भावनाएं व्यक्त कर सकते हैं उतना दूसरे व्यक्ति से या मैसेज से संभव नहीं है।
अगर आपका दोस्त नाराज है तो उसे बोलने का मौका दें और उसकी बातों को ध्यान से सुनें। इससे आप जान सके कि आखिर आपके रिश्ते में क्या परेशानी है।
दो दोस्तों के बीच की बात उन दोनों के बीच में ही रहनी चाहिए ताकि कोई तीसरा आप दोनों की लड़ाई का फायदा न उठा पाए। अगर आप गुस्से में हैं तो थोड़ा समय लें और जब दिमाग शांत हो जाए तो दोनों बैठकर आपस में मामला सुलझाए लें।
कभी-कभी हम दोस्त से बात करते हुए अनजाने में ऐसा कह देते हैं, जिससे उसे बुरा लग सकता है। ऐसी स्थिति में दोस्त से माफी मांग लेनी चाहिए।
दोस्त भले ही कभी-कभी नाराज हो जाते हैं, लेकिन एक समय के बाद उनकी नाराजगी अपने आप खत्म भी हो जाती है। इस कारण अगर आपका दोस्त नाराज हो जाए तो उसे उस विषय में सोचने का पूरा समय दें।