मानसून में कुछ कीड़े-मकोड़े फर्नीचर और दीवारों को नुकसान पहुंचा सकते हैं और बीमारियां फैलने का भी कारण बन सकते हैं। लाभ के लिए एंटी-बैक्टीरियल सॉल्यूशन से युक्त पानी से घर में पोंछा लगाएं।
नम दीवारें मानसून के मौसम की सबसे बड़ी समस्या हैं। नमी की मौजूदगी नालियों के बंद होने का संकेत देती है या फिर अगर छत पर पानी जमा हो जाता है तो दीवार में नमी आ जाती है। मानसून की शुरुआत या उससे पहले बंद नालियों को ठीक करना महत्वपूर्ण है।
आप अपने फर्नीचर को दीवार और खिड़कियों से दूर रखें क्योंकि इनकी वजह से बारिश का पानी फर्नीचर तक आ सकता है, जो बैक्टीरिया को आकर्षित करके इसे खराब कर सकता है। इसके अतिरिक्त फर्नीचर की सफाई के लिए सूखे कपड़े का इस्तेमाल करें।
मौसम में अधिक नमी के कारण बाथरूम पर अतिरिक्त ध्यान देने की आवश्यकता होती है। बाथरूम अच्छे से हवादार होना चाहिए क्योंकि अधिक नमी के कारण यही सबसे ज्यादा प्रभावित होता है। पानी के जमाव और दुर्गंध को रोकने के लिए दीवारों और कोनों को हर दूसरे दिन कीटाणुनाशक से साफ करें।
मानसून की नमी से घर को सुरक्षित रखने के लिए ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाना सुनिश्चित करें। इनकी मदद से नमी का असर काफी हद तक कम किया जा सकता है। पौधों के कारण घर का तापमान संतुलित रहता है, जो घर को फ्रेश रखने के लिए काफी है।