हेयर डाई में अमोनिया और पेरॉक्साइड रसायन युक्त उत्पादों का इस्तेमाल किया जाता है। इससे बाल कमजोर होने लगते हैं और इनकी प्राकृतिक चमक खराब हो सकती है। ऐसे में उत्पादों की ज्यादा प्रोसेसिंग बालों के लिए नुकसानदायक है।
परमानेंट हेयर डाई में पैराफेनिलेनडायमाइन होता है, जो एक सामान्य एलर्जेन है और इससे एलर्जिक रिएक्शन होने की संभावना काफी बढ़ जाती है। जिन लोगों को कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस है, वे विशेष रूप से एलर्जी के प्रति संवेदनशील होते हैं।
बालों को डाई करने के लिए इस्तेमाल होने वाले कई उत्पादों में अल्कोहल एजेंट मौजूद होते हैं, जो बालों की प्राकृतिक नमी को छीन सकते हैं और उन्हें रूखा बना देते हैं। इसके कारण सिरदर्द जैसी कई समस्याओें का सामना भी करना पड़ता है।
बालों की डाई में ऐसे कई रसायनिक तत्व होते हैं, जो न सिर्फ बालों को बाहरी रूप से, बल्कि अंदरूनी रूप से भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसकी वजह से बालों की जड़ें कमजोर हो जाती हैं और बाल तेजी से झड़ने लगते हैं।
यदि आप कम उम्र में ही बालों पर ब्लीच करवाने लगते हैं तो बाल सफेद होने की प्रक्रिया तेज हो सकती है। दरअसल, ब्लीच के इस्तेमाल से सिर की त्वचा का pH स्तर बिगड़ जाता है और बालों का रंग भी उड़ जाता है।