जीरे का पानी पाचन तंत्र के लिए अत्यधिक प्रभावी होता है। यह आपके पेट को ठंडा करने और दस्त का इलाज करने में मदद करता है। लाभ के लिए पानी में जीरा डालकर उबालें और फिर खाने के बाद इस मिश्रण को पी लें।
नींबू का पानी एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण से भरपूर होता है और यह पेट को साफ करने और दस्त से राहत दिलाने में मदद करता है। लाभ के लिए पानी में नींबू का रस, चीनी और काला नमक मिलाकर हर एक घंटे में इसका सेवन करें।
छाछ अच्छे बैक्टीरिया से भरपूर होती है और पेट की बेचैनी को शांत करने और पाचन तंत्र को ठीक करने में मदद करती है। लाभ के लिए दही में पानी मिलाकर फेंट लें और फिर इसमें नमक और एक चुटकी हल्दी पाउडर अच्छी तरह मिलाकर पी लें।
पुदीना एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर होता है, जिसका इस्तेमाल दस्त के इलाज और पाचन में सुधार करने के लिए किया जाता है। इसके अलावा शहद में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल गुण गैस्ट्रोएंटेराइटिस के रोगियों में दस्त की समस्या कम करने में मदद करता है। लाभ के लिए पुदीने की पत्तियों का रस निकालकर इसमें शहद और नींबू डालकर पीएं।
कैमोमाइल टी एक हर्बल चाय है, जिसका सेवन डायरिया से राहत दिलाकर पाचन को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है। लाभ के लिए एक पैन में पानी और सूखे कैमोमाइल के फूल डालकर अच्छे से उबालें और फिर इसका सेवन करें।