उलटी और मतली से छुटकारा दिलाने में अदरक दवाई की तरह काम कर सकता है। यह एक प्राकृतिक एंटीमैटिक है, जो पेट में गैस्ट्रिक संकुचन को बढ़ाकर उलटी और मतली का प्रभाव कम कर सकता है।
नींबू के रस में मौजूद विटामिन-C रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर पेट के एसिड को खत्म कर सकता है। यह एसिड ही पेट से जुड़ी उलटी और मतली जैसी समस्याओं का मुख्य कारण हो सकता है।
उलटी और मतली से राहत दिलाने में अरोमाथोरेपी भी प्रभावी हो सकती है। बता दें कि अरोमाथेरेपी का मतलब सुगंध से इलाज करना होता है। राहत के लिए कोई भी एसेंशियल ऑयल लें और समस्याएं होने पर इसकी कुछ बूंदें अपने कपड़े या फिर रूमाल पर छिड़कर इसे सूंघें।
सेब का सिरका निश्चित रूप से उल्टी को रोक सकता है और इससे मतली का अहसास भी कम होने लगता है। समस्या से राहत पाने के लिए थोड़े से सेब के सिरके को पानी में मिलाएं और फिर इससे कुल्ला करें।
दालचीनी को उल्टी और मतली के लिए एक प्रभावी घरेलू उपचार के रूप में जाना जाता है। यही कारण है कि यह अक्सर उन महिलाओं को दिया जाता है जो अपनी पहली तिमाही में होती हैं और जब मॉर्निंग सिकनेस की ज्यादा समस्या रहती है।