सेब के सिरके में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो बदन दर्द और सूजन से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं। लाभ के लिए एक गिलास गुनगुने पानी में एक बड़ी चम्मच सेब का सिरका और शहद मिलाकर इसका सेवन करें।
अदरक में भरपूर फाइटोकेमिस्ट्री होती है, जो इसे कई स्वास्थ्यवर्धक बनाती है। यह शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी और एनाल्जेसिक गुण बदन दर्द से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं। लाभ के लिए पानी में थोड़ा अदरक डालकर उबालें। अब इस मिश्रण को छानकर इसमें शहद मिलाकर पीएं।
हल्दी बदन दर्द के इलाज के सबसे अच्छे उपचारों में से एक होती है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी, एनाल्जेसिक और हीलिंग गुण होते हैं, जो दर्द से लड़ने और स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। लाभ के लिए गर्म दूध में एक चम्मच हल्दी पाउडर और शहद मिलाकर इसका सेवन करें।
दालचीनी में शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी, एनाल्जेसिक और हीलिंग गुण होते हैं। ये गुण बदन दर्द के इलाज और रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार करने में मदद कर सकते हैं। लाभ के लिए गर्म पानी में एक चम्मच पिसी हुई दालचीनी और शहद डालकर मिलाएं और फिर इसका सेवन करें।
रोजमेरी का अर्क एंटी-इंफ्लेमेटरी और एनाल्जेसिक गतिविधियों को प्रदर्शित करता है। ये प्रभावी ढंग से बदन दर्द का मुकाबला करने में मदद कर सकती हैं। लाभ के लिए एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच रोजमेरी टी डालें और फिर इसे छानकर थोड़ा सा शहद मिलाते हुए इसका सेवन करें।