नागरमोथा में मजबूत वातहर गुण होते हैं, जो पाचन क्रिया को स्वस्थ बनाए रखने और पोषक तत्वों के अवशोषण को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं।
यह प्राचीन आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-अस्थमैटिक और एंटी-बायोटिक गुणों से भरपूर होती है और इसका इस्तेमाल सांस संबंधी समस्याओं के इलाज के लिए किया जाता है।
यह आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी फाइबर और एंटी-ओबेसिटी गुणों से भरपूर होती है और इसका नियमित रूप से सेवन करने से अचानक और असामयिक लगने वाली भूख को शांत करने में मदद मिल सकती है।
अगर आप अपना ज्यादातर समय गैजेट्स पर बिताते हैं या लंबे समय तक पढ़ाई करते हैं तो इससे मानसिक रूप से थकान हो जाती है। इससे आराम पाने के लिए नागरमोथा पाउडर को पानी या दूध के साथ मिलाकर पीएं।
नागरमोथा में ऐसे गुण होते हैं, जो तंत्रिका तंत्र को शांत करते हैं और चिंता या तनाव को होने से रोकते हैं। इससे आप अनिद्रा और चिड़चिड़ापन जैसी समस्याओं से राहत पा सकते हैं।