शहरों में हवा की गुणवत्ता काफी खराब है। वहीं पहाड़ों में हवा की गुणवत्ता अच्छी होती है क्योंकि उनके आसपास की हरियाली प्राकृतिक वायु शोधक के रूप में काम करती है, जिससे आप शुद्ध हवा में सांस ले पाते हैं।
पहाड़ियों पर चारों ओर हरियाली फैली होती है, जिसे देखकर और वहां की वाइब को महसूस करके आप खुद को प्रकृति के नजदीक पाते हैं। इससे व्यक्ति के स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
पहाड़ों में लोग अधिक शांति का अनुभव करते हैं क्योंकि वे शहरी जीवन की हलचल से दूर चले जाते हैं। इससे उनका मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहता है।
पहाड़ों में एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए कोई वाहन या कैब सेवाएं नहीं मिलेंगी। इसके लिए आपको पैदल चलना पड़ेगा। इसके अलावा फलों और सब्जियों की खरीदारी सीधे बगीचों और खेतों से करनी होगी, जिससे आप पौष्टिक भोजन खा सकेंगे।
शहरों में रहने वाले लोग दिखावटी जीवन ज्यादा जीते हैं। वह अकसर दूसरों के साथ कॉम्पिटिशन, पैसे और रुतबे में ही फंस रहते हैं। वहीं पहाड़ों में रहने से सादा जीवन हो जाता है यानी आप भटकाव और भौतिकवाद से मुक्त हो जाते हैं।